नई दिल्ली, 31 जनवरी : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने सड़क हादसों में होने वाली मौतों को न सिर्फ भारत, बल्कि पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बताते हुए रविवार को सड़क सुरक्षा को लेकर देशवासियों का आह्वान किया कि लोगों का जीवन बचाने के लिए वे भी सक्रिय भागीदार बनें. उन्होंने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की ताजा कड़ी में यह दावा भी किया कि ‘फास्टैग’ (Fastag) सुविधा से टोल प्लाजा पर लोगों का न सिर्फ समय बच रहा है, बल्कि इससे ईंधन की बचत से करीब 21 हजार करोड़ रुपये भी बचेंगे. भारत में 18 जनवरी से 17 फरवरी तक मनाए जा रहे ‘सड़क सुरक्षा माह’ का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘सड़क हादसे आज हमारे देश में ही नहीं, पूरी दुनिया में चिंता का विषय हैं. आज भारत में सड़क सुरक्षा के लिए सरकार के साथ ही व्यक्तिगत और सामूहिक स्तर पर कई तरह के प्रयास भी किए जा रहे हैं. जीवन बचाने के इन प्रयासों में हम सबको सक्रिय रूप से भागीदार बनना चाहिए.’’
प्रधानमंत्री ने सीमा सड़क संगठन (Bro) द्वारा सड़क सुरक्षा की दृष्टि से सड़कों के किनारे लगाए जाने वाले नारों का जिक्र किया और उन्हें सड़क पर सावधानी बरतने को लेकर लोगों को जागरूक करने में बहुत प्रभावी बताते हुए लोगों से इसी प्रकार के नारे भेजने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि अच्छे और आकर्षक नारों को सड़क सुरक्षा अभियान में उपयोग किया जाएगा. प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा राजमार्गों पर शुरू की गई ‘फास्टैग’ सुविधा का भी उल्लेख किया और कहा कि इस सुविधा के बाद टोल प्लाजा पर लोगों का समय बच रहा है. यह भी पढ़ें : Farmers Protest: सरकार से दोबारा बातचीत करने पर राकेश टिकैत ने रखी शर्तं, कहा- जेल में बंद हमारे लोगों को रिहा करने पर होगी वार्ता
उन्होंने कहा, ‘‘टोल प्लाजा पर इंतजार के समय में कमी आने से गाड़ी के ईंधन की बचत भी हो रही है. इससे देशवासियों के करीब 21 हजार करोड़ रुपये बचने का अनुमान है. यानी पैसे की भी बचत और समय की भी बचत.’’ मोदी ने देशवासियों से आग्रह किया कि सड़क सुरक्षा के सभी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए अपना भी ध्यान रखें और दूसरों का जीवन भी बचाएं. वाहनों के लिए नए साल यानी एक जनवरी, 2021 से ‘फास्टैग’ अनिवार्य कर दिया गया है. ‘फास्टैग’ की शुरुआत 2016 में हुई थी. यह टोल प्लाजा पर शुल्क का भुगतान इलेक्ट्रॉनिक तरीके से करने की सुविधा है. ‘फास्टैग’ को अनिवार्य किए जाने के बाद टोल प्लाजा पर वाहनों को अब पहले की अपेक्षा कम समय रुकना पड़ता है.