नयी दिल्ली, 14 जून राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया बुधवार से शुरू होगी और राज्यसभा सचिवालय ने मतदान के लिए एक विशेष प्रकोष्ठ का गठन किया है।
राज्यसभा के महासचिव पी. सी. मोदी को 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किया गया है। वह इस प्रकोष्ठ के प्रमुख भी होंगे।
निर्वाचन आयोग के निर्देशों का पालन करते हुए स्थापित किए गए इस प्रकोष्ठ में राज्यसभा सचिवालय के ‘टेबल ऑफिस’ के लगभग सभी अधिकारी शामिल हैं।
विशेष कार्य अधिकारी मुकुल पांडे और राज्यसभा सचिवालय में संयुक्त सचिव सुरेंद्र कुमार त्रिपाठी - चुनाव के लिए दोनों सहायक निर्वाचन अधिकारी - भी इस प्रकोष्ठ का हिस्सा हैं।
नामांकन पत्र केवल संसद भवन में उपलब्ध होंगे इसलिए प्रकोष्ठ फॉर्म मांगने वालों और नामांकन दाखिल करने वालों के लिए बाधा रहित प्रक्रिया सुनिश्चित करेगा।
राज्यसभा और लोकसभा दोनों सचिवालयों के अधिकारी, जो मतगणना प्रक्रिया का हिस्सा होंगे, निर्वाचन आयोग से प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए फॉर्म बुधवार से संसद में उपलब्ध होंगे। जो कोई भी चुनाव लड़ना चाहता है, उसे प्रस्तावक और समर्थक के रूप में 50 निर्वाचित प्रतिनिधियों की आवश्यकता होती है। उम्मीदवार को 15,000 रुपये की जमानत राशि जमा करनी होगी।
मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के उत्तराधिकारी का चुनाव करने के लिए सांसदों और विधायकों को मिलाकर 4,809 मतदाता मतदान के पात्र हैं।
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