देश की खबरें | उत्तराखंड में बारिश का कहर जारी, भूस्खलन से कई मार्ग बंद

देहरादून, 16 जुलाई उत्तराखंड के अनेक स्थानों पर रविवार को भी बारिश हुई जिससे भूस्खलन के कारण बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई सड़कों पर यातायात अवरूद्ध हुआ।

चमोली जिले के जोशीमठ क्षेत्र की नीति घाटी में गिर्थी गंगा नदी में मलबे के साथ अत्यधिक पानी आने के कारण जोशीमठ—मलारी मोटर मार्ग पर एक पुल का अबेटमेंट (पुल को सहारा देने वाली संरचना) क्षतिग्रस्त हो गया। यह पुल मलारी से आठ किलोमीटर आगे नदी पर है।

आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, सेना द्वारा निर्मित इस मोटर पुल पर सामान्य लोगों का आवागमन नहीं था और इसका उपयोग केवल सेना, आइटीबीपी आदि द्वारा किया जाता था।

उधर, पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश के कारण बाढ़ से प्रभावित हरिद्वार जिले की चार तहसीलों में बचाव और राहत कार्य जारी हैं।

धारचूला में काली नदी का जलस्तर चेतावनी स्तर 889 मीटर से उपर पहुंच गया है जबकि गंगा समेत कई नदियां चेतावनी के निशान के नजदीक बह रही हैं।

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, प्रदेश में पिछले 24 घंटे में सर्वाधिक 70 मिमी बारिश कपकोट में दर्ज की गयी जबकि मसूरी में 61, कर्णप्रयाग में 57, चमोली में 54.4, नागथात में 53, देहरादून के मोहकमपुर में 48, विकासनगर में 41 और उत्तरकाशी में 39 मिमी बारिश दर्ज की गयी।

हरिद्वार जिले की रूड़की, भगवानपुर, लक्सर और हरिद्वार तहसीलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा प्रतिवादन बल, सेना तथा पुलिस की मदद से बचाव और राहत कार्य चलाए जा रहे हैं ।

इन तहसीलों में बाढ़ प्रभावित 71 गांवों के 3,756 परिवार प्रभावित हुए हैं जिनमें से 81 परिवारों को अस्थायी राहत शिविरों में रखा गया है। प्रभावित परिवारों को अब तक 20.36 लाख रुपये की सहायता राशि दी गई है।

अधिकारियों के अनुसार बाढ़ के कारण इन क्षेत्रों में पांच व्यक्तियों की मृत्य हुई है वहीं सात घर पूरी तरह से और 201 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। हरिद्वार में भारी बारिश से 17 मार्ग और नौ पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं।

उन्होंने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में बारिश के कारण भूस्खलन होने से दर्जनों मार्ग बाधित हैं। ऋषिकेश—बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग चमोली जिले में पीपलकोटी और टंगणी में मलबा आने के कारण अवरूद्ध है, जिसे खोलने का प्रयास किया जा रहा है ।

अलकनंदा नदी का पानी चेतावनी स्तर से उपर बहने के कारण पौड़ी जिले के श्रीनगर जलविद्युत परियोजना के बांध से 2000—3000 क्यूमैक्स पानी छोड़ा गया। इस संबंध में राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने टिहरी, पौड़ी, देहरादून और हरिद्वार के जिलाधिकारियों को सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं।

देहरादून मौसम केंद्र द्वारा जारी ताजा पूर्वानुमान में प्रदेश के सभी 13 जिलों में रविवार और सोमवार को बारिश का ‘‘आरेंज अलर्ट’’ जारी किया गया है जबकि कुमांऊ क्षेत्र के उधमसिंह नगर, नैनीताल, चंपावत, अल्मोड़ा, बागेश्वर और पिथौरागढ़ जिलों के लिए 18 जुलाई को भी बारिश का ‘‘आरेंज अलर्ट’’ जारी किया गया है।

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