रेल मंत्री बुलेट ट्रेन में व्यस्त हैं, मुंबई के यात्रियों की अनदेखी की जा रही है: संजय राउत
Credit -ANI

मुंबई, 27 अक्टूबर : शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता संजय राउत ने यहां बांद्रा स्टेशन पर भगदड़ को लेकर रविवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव पर निशाना साधा और दावा किया कि वह बुलेट ट्रेन परियोजना को लेकर बहुत व्यस्त हैं जबकि मुंबई में यात्रियों की अनदेखी की जा रही है. अधिकारियों के अनुसार, मुंबई में बांद्रा रेलवे स्टेशन पर रविवार सुबह गोरखपुर जाने वाली एक ट्रेन में चढ़ने के लिए धक्का-मुक्की के दौरान मची भगदड़ में नौ लोग घायल हो गए, जिनमें से दो की हालत गंभीर है. राउत ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘‘मुंबई शहर केंद्र सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व देता है. इसके बदले में हमें यात्रियों के लिए यहां बमुश्किल ही कोई सुविधा मिलती है.’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘रेल मंत्री भी बुलेट ट्रेन परियोजना में व्यस्त हैं और लोगों को खराब बुनियादी ढांचे के कारण मरने के लिए छोड़ दिया गया है क्योंकि रेल मंत्री को यात्रियों की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है.’’ शिवसेना (यूबीटी) सांसद ने दावा किया कि रेल मंत्री को हमेशा उच्च शिक्षित व्यक्ति के रूप में पेश किया जाता है और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) जैसे प्रमुख संस्थानों से उनके जुड़ाव पर जोर दिया जाता है लेकिन वह आम लोगों की समस्याओं को हल करने में विफल रहे हैं जो यात्रा के लिए रेलवे पर निर्भर हैं. राज्यसभा सदस्य ने आरोप लगाया, ‘‘मुंबई शहर न केवल सबसे ज्यादा राजस्व देता है बल्कि सबसे ज्यादा उपनगरीय यात्री भी मुंबई में हैं. रेल मंत्री ने हालांकि समस्याओं को हल करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है.’’ यह भी पढ़ें : गोचर भूमि पर अवैध कब्जों के खिलाफ योगी सरकार का अभियान, 4740 हेक्टेयर भूमि को कराया मुक्त

राउत ने केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार के कार्यकाल के दौरान देश में हुई कुछ रेल दुर्घटनाओं को लेकर भी उस पर निशाना साधा. उन्होंने दावा किया, ‘‘इस नयी केंद्र सरकार का तीसरा कार्यकाल जब से शुरू हुआ है, तब से कम से कम 25 प्रमुख रेल दुर्घटनाएं हुई हैं.’’

राउत ने पूछा, ‘‘सरकार ने उन्हें हल करने के लिए क्या समाधान दिया है.’’ उन्होंने बांद्रा स्टेशन पर हुई भगदड़ के संदर्भ में पूछा, ‘‘इतने लोगों के घायल होने के लिए कौन जिम्मेदार है? क्या रेल मंत्री की कोई जिम्मेदारी नहीं है?’’