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बिलासपुर, 14 अप्रैल छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में लॉकडाउन के दौरान लोगों को आवश्यक सामान मुहैया कराने के लिए जिला प्रशासन ने फटाफट एप शुरू किया है।

बिलासपुर जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने मंगलवार को यहां बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए जारी देशव्यापी लॉकडाउन के दौरान आम लोगों को असुविधा न हो इसके लिए बिलासपुर जिला प्रशासन और नगर पालिक निगम ने फटाफट एप के नाम से सेवा शुरू की है।

अधिकारियों ने बताया कि इस एप के माध्यम से लोग घर बैठे दुकान में आर्डर कर राशन, दवाईयां और डेयरी सामान अपने घर मंगवा सकेंगे।

नगर पालिक निगम बिलासपुर के कमिश्नर प्रभाकर पांडेय ने बताया कि इस सुविधा का लाभ लेने के लिए लोगों को गूगल प्ले स्टोर से 'फटाफट इज़ी होम डिलीवरी' एप को डाउनलोड करना होगा और सामान का आर्डर देना होगा। "होम डिलीवरी" निःशुल्क रहेगी।

पांडेय ने बताया कि निजी सॉफ्टवेयर कंपनी टेक्जा सॉफ्टवेयर टेक्नोलोजी प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर इस एप को तैयार किया गया है।

उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के कारण जारी लॉकडाउन में आमजनों को ज़रूरी राशन, दवाईयां और डेयरी सामान उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन ने दुकानों को समय-सीमा के भीतर खोलने की इजाजत दी है। शहरवासी अपने जोन की दुकानों से ज़रूरी सामान घर बैठे मंगवा सकते हैं।

पांडेय ने बताया कि दुकानदार ही सामान घर पर पहुंचाा देगा। लेकिन जरूरत पड़ने पर निगम द्वारा नियुक्त वालेंटियर भी आवश्यक सामग्री दुकान से घर तक पहुंचाएंगे। इसके लिए बिलासपुर नगर निगम के सभी 70 वार्डों में एक-एक वालेंटियर की नियुक्ति की गई है।

उन्होंने बताया कि इस एप में जाकर अपने वार्ड का नंबर डालना होगा। वार्ड क्रमांक अंकित करते ही उस क्षेत्र में निगम द्वारा अधिकृत राशन, दवाईयां और डेयरी दुकानों की सूची नजर आयेंगी। फिर दुकान को चुनकर, जो सामान चाहिए, उसकी मात्रा समेत जानकारी अंकित करनी होगी और चेकआउट आप्शन पर क्लिक करने के बाद अपना पूरा पता, लैंडमार्क के साथ लिखते हुए सबमिट आप्शन पर क्लिक करना होगा।

कमिश्नर पांडेय के अनुसार इस एप में सुबह आठ बजे से रात 10 बजे तक ही आर्डर स्वीकार किए जाएंगे। सुबह आठ बजे से यह सुविधा प्रारंभ होगी जिसमें सुबह 10 बजे तक आर्डर करने पर उसी दिन दोपहर दो बजे तक सामान की होम डिलवरी कर दी जाएगी और सुबह 10 बजे के बाद आर्डर करने पर अगले दिन दोपहर 12 बजे तक होम डिलीवरी की जाएगी।

उन्होंने बताया कि होम डिलवरी कराए गए सामानों की लागत मूल्य का भुगतान नकद के अलावा फोन पे, पेटीएम आदि के ज़रिए भी किया जा सकता है।

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