देश की खबरें | जन स्वास्थ्य के रूप में मानसिक देखभाल को प्राथमिकता दें: नायडू

नयी दिल्ली, 26 जुलाई उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने सोमवार को कोरोना वायरस जनित महामारी के बीच मानसिक देखभाल को जन स्वास्थ्य के मुद्दे के रूप में प्राथमिकता देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि तेज गति की जीवनशैली से लोगों में तनाव और घबराहट हो सकती है।

नायडू ने कहा कि आध्यात्मिक दृष्टकोण अपनाने से तनाव में कमी आ सकती है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि उप राष्ट्रपति ने धार्मिक नेताओं से आध्यात्मिकता का संदेश युवाओं को देने का आग्रह किया। नायडू ने कहा कि भारतीय जीवनशैली पूरे विश्व को एक परिवार के रूप में देखती है।

उन्होंने युवाओं से भारत के प्राचीन मूल्यों तथा परंपराओं को आगे बढ़ाने का आग्रह किया। कम्बोडिया और वियतनाम में प्राचीन हिंदू मंदिरों पर दो तेलुगु पुस्तकों का डिजिटल माध्यम से लोकार्पण करते हुए उप राष्ट्रपति ने कहा कि उन मंदिरों की कला और वास्तुकला भारतीय संस्कृति और परम्पराओं को दर्शाती है।

उन्होंने कांची कामकोटि पीठ के दिवंगत महंत स्वामी जयेन्द्र सरस्वती की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि भी दी और स्वास्थ्य तथा शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को याद किया।

इस अवसर पर तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित और कांची कामकोटि पीठाधिपति विजयेंद्र सरस्वती डिजिटल माध्यम से उपस्थित थे।

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