चेन्नई, 5 जनवरी : भारतीय शतरंज प्रतिभा आर प्रज्ञानानंदा को दिग्गज व्यवसायी गौतम अडाणी के रूप में नया प्रशंसक मिला जिन्होंने गुरुवार को इस 18 वर्षीय ग्रैंडमास्टर का सहयोग करने के फैसले की घोषणा की. अडाणी ने ‘एक्स’ पर प्रज्ञानांनदा के साथ मुलाकात की अपनी फोटो साझा की जिसमें उन्होंने चेन्नई के इस स्टार खिलाड़ी को भारत के अनगिनत युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत करार दिया. अडाणी ने लिखा, ‘‘प्रज्ञानानंदा का समर्थन करना सौभाग्य की बात है, वह शतंरज की दुनिया में लगातार परचम लहरा रहे हैं और भारत को गौरवान्वित कर रहे हैं. ’’ उन्होंने लिखा, ‘‘उनकी सफलता अनगिनत युवा भारतीयों के लिए यह भरोसा दिलाने के लिए प्रेरणा है कि पोडियम पर खड़े होकर देश की महानता का जश्न मनाने से ज्यादा संतुष्टिदायक कुछ भी नहीं है. ’’
उन्होंने लिखा, ‘‘भारत क्या कर सकता है और क्या होगा, प्रज्ञानानंदा इसका प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. मैं उन्हें शुभकामनायें देता हूं.’’ प्रज्ञानानंदा पांचवें सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टर हैं. उन्होंने 2018 में 12 साल की उम्र में यह रैंक हासिल की थी. 2019 में उन्होंने डेनमार्क में एक्स्ट्राकॉन शतरंज ओपन जीता और इसी साल विश्व युवा चैम्पियनशिप में अंडर -18 वर्ग खिताब जीता था. प्रज्ञानानंदा ने दिसंबर 2019 में 2,600 ईएलओ रेटिंग हासिल की, तब उनकी उम्र 14 साल, तीन महीने और 24 दिन थी. इससे वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले दूसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने. यह भी पढ़ें : Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर के शोपियां में सुरक्षाबलों ने ढेर किया एक आतंकी
प्रज्ञानानंदा ने 2022 में विश्व चैम्पियन मैग्नस कार्लसन को हराया जिससे वह महान विश्वनाथन आनंद और पी हरिकृष्णा के बाद ऐसा करने वाले तीसरे भारतीय बने. उन्होंने इसी साल कार्लसन को चार बार हराया था. वह 2023 में बाकू में शतरंज विश्व कप में कार्लसन के बाद उपविजेता रहे. इसमें वह फाइनल में पहुंचने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने और आनंद के बाद ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय बने. विश्व कप में उप विजेता रहने से उन्होंने कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में स्थान पक्का किया जो इस साल अप्रैल में कनाडा के टोरंटो में होगा. इससे चीन के विश्व चैम्पियन डिंग लिरेन के लिए चैलेंजर तय होगा.













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