जरुरी जानकारी | पावर फाइनेंस का शुद्ध लाभ जून तिमाही में 28 प्रतिशत बढ़ा

नयी दिल्ली, 12 अगस्त सार्वजनिक क्षेत्र की पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष 2021-22 की अप्रैल-जून तिमाही में 28 प्रतिशत बढ़कर 4,554.98 करोड़ रुपये रहा। कंपनी की आय बढ़ने से उसका मुनाफा बढ़ा है।

कंपनी ने बृहस्पतिवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि इससे पूर्व वित्त वर्ष 2020-21 की अप्रैल-जून तिमाही में उसे 3,557.23 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ हुआ था।

पीएफसी की आय जून 2021 को समाप्त तिमाही में बढ़कर 18,973.93 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 16,932.24 करोड़ रुपये थी।

कंपनी निदेशक मंडल की बृहस्पतिवार को हुई बैठक में 2021-22 के लिये 10 रुपये अंकित मूल्य के चुकता शेयर पर प्रति इक्विटी शेयर 2.25 रुपये का अंतरिम लाभांश देने की सिफारिश की गयी। यह स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) पर निर्भर है।

कंपनी के अनुसार 2021-22 के लिए अंतरिम लाभांश के भुगतान के लिए शेयरधारकों की पात्रता का पता लगाने के उद्देश्य से बुधवार, एक सितंबर, 2021 को ‘रिकॉर्ड तिथि’ के रूप में माना जाएगा।

पीएफसी का एकीकृत शुद्ध एनपीए (गैर निष्पादित परिसपंत्ति) यानी फंसा कर्ज अनुपात 2021-22 की पहली तिमाही में घटकर 1.80 प्रतिशत रहा। एक साल पहले इसी तिमाही में यह 3.15 प्रतिशत था। दबाव वाली संपत्ति के समाधान से शुद्ध एनपीए कम हुआ है।

पीएफसी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक आर एस ढिल्लों ने एक वक्तव्य में कहा, ‘‘हमने अपने मुनाफे में 34 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है और इस तिमाही में हमारे प्रदर्शन ने एक बार फिर से पीएफसी के मजबूत कारोबार की ताकत को दिखाया है। मुझे यह बताते हुये भी प्रसन्नता है कि लगातार बेहतर प्रदर्शन के चलते हम अपने शेयरधारकों को पहली तिमाही में ही लाभांश देने में सफल रहे हैं।’’

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