श्रीनगर, 12 जनवरी : जम्मू-कश्मीर पुलिस घाटी में मादक पदार्थों से जुडे आतंकवाद के खतरे को नष्ट करने के लिए प्रतिबद्ध है और ऐसे मामलों पर प्राथमिकता के आधार पर कार्रवाई की जा रही है. कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) वी. के. बिरदी ने लोगों से मादक पदार्थों के खिलाफ लड़ाई में पुलिस की मदद करने का आह्नान किया.
बिरदी ने बारामूला में एक नशा मुक्ति केंद्र के दौरे पर संवाददाताओं से कहा,''जम्मू-कश्मीर पुलिस ऐसी चीजों (मादक पदार्थ-आतंकवाद) को नियंत्रित करने के लिए प्रतिबद्ध है। पुलिस ने प्राथमिकता के आधार पर ऐसे मामलों में जांच को आगे बढ़ाया और द प्रीवेंशन ऑफ इलीसिट ट्रैफिक इन नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सबस्टांसेस (पीआईटी-एनडीपीएस) अधिनियम और स्वापक औषधि और मनःप्रभावी पदार्थ (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की.''
उन्होंने नशीली दवाओं के तस्करों के खिलाफ बारामूला पुलिस की कार्रवाई की सराहना की. आईजीपी ने कहा,''इस संदर्भ में बहुत काम किया गया है लेकिन हमें और भी बहुत कुछ करने की आवश्यकता है. इसमें सख्ती से कार्य करने की जरूरत है ताकि समाज से मादक पदार्थ के खतरे को जड़ से खत्म किया जा सके.''
उन्होंने कहा कि कानून के हस्तक्षेप से पहले इसमें समाज के हस्तक्षेप की आवश्यकता है. पुलिस अधिकारी ने कहा,''मैं लोगों से भी अपील करता हूं कि अगर कोई ऐसी गतिविधियों में लिप्त है तो इसे हमारे संज्ञान में लाएं. इस बुराई को जड़ से उखाड़ने के लिए हमें समाज के सहयोग की आवश्यकता है.''
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