नयी दिल्ली, 3 जुलाई : दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के.सक्सेना ने राष्ट्रीय राजधानी में पाक और उद्यान का रखरखाव करने वाली और भू स्वामित्व रखने वाली एजेंसियों को इस मानसून सत्र के दौरान 10 हजार चंदन वृक्ष लगाने का निर्देश दिया है ताकि उनकी भू संपदा से आय हो सके. यह जानकारी रविवार को जारी एक आधिकारिक बयान में दी गई. उप राज्यपाल के सचिवालय राज निवास से जारी बयान में कहा गया कि दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए), दिल्ली नगर निगम (एमसीडी), दिल्ली पार्क और उद्यान सोसाइटी, दिल्ली जैवविविधता सोसाइटी और अन्य को सलाह दी जाती है कि मौजूदा मानसून सत्र में चंदन के वृक्ष लगाने के कार्य को पूरा करें.
यह निर्देश सक्सेना द्वारा रविवार को सुंदर नर्सरी का दौरा किए जाने के बाद आया. सक्सेना ने कहा कि पादप विविधता को बढ़ाने और आम तौर पर पर्यावरण को समृद्ध करने के साथ चंदन के वृक्ष लगाने से सरकारी जमीन से धन प्राप्ति भी हो सकेगी और दिल्ली में भू स्वामित्व रखने वाली एजेंसियों के लिए ‘‘वृहद वित्तीय परिसंपत्ति’’ भी सृजित होगी. यह भी पढ़ें : दिल्ली सरकार के रोजगार बाजार पोर्टल के जरिए 10 लाख से अधिक लोगों को नौकरी मिली: सिसोदिया
उप राज्यपाल ने कहा, ‘‘चंदन के पेड़ 12 से 15 साल में पूर्ण रूप से विकसित होते हैं. मौजूदा दर पर प्रत्येक पेड़ को मौजूदा कीमत के हिसाब से 12 से 15 लाख रुपये में बेचा जा सकता है. इस कीमत पर 10 हजार चंदन के वृक्षों की अनुमानित कीमत 12 से 15 हजार करोड़ रुपये होगी.’’ उन्होंने फार्म हाउस मालिकों के अलावा किसानों और छोटे आकार की जमीन का स्वामित्व रखने वालों से भी कम से कम चार चंदन के वृक्ष लगाने की अपील की.