जरुरी जानकारी | पीएफसी का दूसरी तिमाही में मुनाफा करीब नौ प्रतिशत बढ़कर 7,215 करोड़ रुपये

नयी दिल्ली, आठ नवंबर सार्वजनिक क्षेत्र की पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) का चालू वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ करीब नौ प्रतिशत बढ़कर 7,214.90 करोड़ रुपये रहा है।

कंपनी का गत वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में शुद्ध लाभ 6,628.17 करोड़ रुपये रहा था।

पीएफसी ने बीएसई को दी सूचना में बताया, समीक्षाधीन अवधि में उसकी कुल आय सालाना आधार पर 22,387.32 करोड़ रुपये से बढ़कर 25,754.73 करोड़ रुपये हो गई।

कंपनी का चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में शुद्ध लाभ 14 प्रतिशत बढ़कर 14,397 करोड़ रुपये हो गया। यह एक साल पहले समान अवधि में यह 12,610 करोड़ रुपये था।

एकीकृत शुद्ध गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में 0.80 प्रतिशत के निचले स्तर पर आ गईं, जबकि वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही में यह 0.98 प्रतिशत थीं।

कंपनी के निदेशक (वित्त) संदीप कुमार ने कहा कि पीएफसी ने शुद्ध गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) स्तर को सफलतापूर्वक एक प्रतिशत से नीचे लाकर 0.72 प्रतिशत के स्तर पर पहुंचा दिया है।

कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक परमिंदर चोपड़ा ने कहा कि पीएफसी ने एक बार फिर तिमाही के दौरान बेहतरीन प्रदर्शन किया, जिसमें 46,663 करोड़ रुपये का मजबूत वितरण हुआ है।

उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे निदेशक मंडल ने 3.50 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश (वित्त वर्ष 2024-25 के लिए दूसरा) घोषित किया है। आईएफएससी गिफ्ट सिटी गुजरात में स्थित हमारी अनुषंगी कंपनी पीएफसी इन्फ्रा फाइनेंस आईएफएससी लिमिटेड ने अक्टूबर, 2024 में विदेशी मुद्रा ऋण परिचालन शुरू किया है। यह आईएफएससी में बिजली व बुनियादी ढ़ांचा ऋण कारोबार शुरू करने वाली पहली कंपनी है।’’

दूसरे अंतरिम लाभांश के भुगतान के लिए शेयरधारकों की पात्रता सुनिश्चित करने की रिकॉर्ड तिथि 25 नवंबर, 2024 होगी। अंतरिम लाभांश के भुगतान/वितरण की तिथि आठ दिसंबर, 2024 को या उससे पहले होगी।

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