मुंबई, एक जनवरी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने बुधवार को कहा कि जब लोग किसी समस्या का समाधान चाहते हैं तो वे उनकी पार्टी के पास आते हैं, लेकिन चुनाव के दिन इसे नजरअंदाज कर देते हैं।
ठाकरे ने नए साल पर सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक संदेश में पार्टी कार्यकर्ताओं से चुनाव परिणामों को पीछे छोड़कर आगे बढ़ने की अपील की और कहा कि वह जल्द ही उनसे बात करेंगे तथा भविष्य के कदम पर व्यापक दिशा-निर्देश देंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘...कुछ चीजें नहीं बदली हैं...लोग हर समस्या के समाधान के लिए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को याद करते हैं, लेकिन वोट देते समय इसे नजरअंदाज कर देते हैं।’’
महाराष्ट्र विधानसभा के 20 नवंबर को हुए चुनाव में मनसे ने 288 विधानसभा सीट में से 125 सीट पर चुनाव लड़ा, लेकिन उसे कोई सीट नहीं मिली। राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे भी मुंबई के माहिम से हार गए।
ठाकरे ने यह भी दावा किया कि चुनाव नतीजों के कुछ ही हफ्ते बाद राज्य में मराठी भाषियों का ‘‘उत्पीड़न’’ शुरू हो गया। उन्होंने कहा कि लोगों को उम्मीद थी कि मनसे इन मामलों में कदम उठाएगी और उसने वैसा किया।
मनसे प्रमुख ने कहा कि यह स्पष्ट हो गया है कि ‘मराठी मानुस’ का इस्तेमाल केवल वोट के लिए किया जा रहा है।
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