पेशावर, छह अक्टूबर पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर के अचानक लापता होने का रहस्य रविवार को तब और गहरा गया, जब गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि वह किसी संघीय एजेंसी की हिरासत में नहीं हैं।
गंडापुर शनिवार शाम को राष्ट्रीय राजधानी इस्लामाबाद स्थित अपने आधिकारिक आवास से लापता हो गए थे। वह प्रांत से इस्लामाबाद तक अपनी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के विरोध मार्च का नेतृत्व करने के बाद आधिकारिक आवास पर आराम करने गए थे।
नकवी ने कहा कि सरकार को मुख्यमंत्री के ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने दावा किया कि वह पुलिस के वहां पहुंचने से पहले ही चले गए थे।
नकवी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं पुष्टि कर सकता हूं कि वह सरकार की किसी भी एजेंसी की हिरासत में नहीं हैं।’’
मंत्री ने कहा कि पुलिस मुख्यमंत्री की तलाश कर रही है, जो किसी अज्ञात स्थान पर छिपे हुए बताए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस ने कुछ स्थानों पर छापेमारी भी की है, लेकिन वह नहीं मिले।’’
गृह मंत्री के दावे ने गंडापुर के अचानक लापता होने के रहस्य को और गहरा कर दिया है।
खैबर पख्तूनख्वा सरकार के प्रवक्ता मोहम्मद अली सैफ के अनुसार, प्रांतीय सरकार और मुख्यमंत्री का परिवार उनसे संपर्क नहीं कर पा रहे हैं।
‘जियो न्यूज’ की रिपोर्ट के अनुसार, प्रांतीय सरकार ने गंडापुर के लापता होने के मामले में रविवार को पेशावर उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।
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