देश की खबरें | हमारी सरकार ने कर्नाटक के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है: मोदी

नयी दिल्ली, 25 फरवरी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि कर्नाटक का विकास सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है, जबकि पिछली सरकारें अपना पैसा राज्य से बाहर भेज देती थी।

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने परंपराओं के साथ-साथ प्रौद्योगिकी को साथ लेकर भारत की प्रगति के लिए काम किया है।

उन्होंने यहां ‘‘बरिसू कन्नड़ दिम दिमावा’’ सांस्कृतिक उत्सव का उद्घाटन करने के बाद कहा, ‘‘एक समय था जब कर्नाटक में सरकार बनने के बाद लोग इसका पैसा राज्य से बाहर ले जाते थे। आज पैसा और संसाधन ईमानदारी से कर्नाटक के विकास में लगाया जा रहा है।’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य को 2009 से 2014 के बीच कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के केंद्र की सत्ता में होने पर सालाना 11,000 करोड़ रुपये मिलते थे जबकि उनकी सरकार के तहत यह बढ़कर 30,000 करोड़ रुपये हो गया है।

उन्होंने कहा कि राज्य को 2014 से पहले के पांच वर्षों में रेलवे परियोजनाओं के लिए केवल 4,000 करोड़ रुपये मिले थे और अब यह राशि नवीनतम बजट में 7,000 करोड़ रुपये है।

मोदी ने कहा कि उनके सत्ता में आने से पहले पांच वर्ष में राज्य में राजमार्गों के निर्माण पर लगभग 6,000 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे, जबकि अब यह पिछले नौ वर्षों में सालाना 5,000 करोड़ रुपये है।

उन्होंने कहा कि विकास की तेज गति के कारण कर्नाटक की तस्वीर तेजी से बदल रही है।

राज्य में इस साल मई में विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने परंपराओं के साथ-साथ प्रौद्योगिकी को साथ लेकर भारत की प्रगति के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि अगर इसने प्राचीन मंदिरों और सांस्कृतिक केंद्रों का कायाकल्प किया है तो भारत डिजिटल भुगतान में भी विश्व में अग्रणी बन गया है।

उन्होंने राष्ट्र निर्माण में कर्नाटक के योगदान की भी सराहना की।

समारोह में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, केंद्रीय मंत्रियों सहित भाजपा के अन्य नेता और धार्मिक हस्तियां मौजूद थीं।

बोम्मई ने कहा कि राज्य प्राकृतिक संसाधनों, संस्कृति और प्रौद्योगिकी से समृद्ध है और भारत को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के मोदी के संकल्प को साकार करने में बड़ी भूमिका निभाएगा।

उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में कर्नाटक राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में एक हजार अरब डॉलर का योगदान देगा।

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