शिमला, दो सितंबर हिमाचल प्रदेश की वित्तीय स्थिति पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव को अनुमति देने से विधानसभा अध्यक्ष के इनकार करने पर विपक्षी भाजपा ने सोमवार को सदन से बहिर्गमन किया।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा के विपिन परमार ने यह मुद्दा उठाना चाहा, लेकिन अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने इसकी अनुमति नहीं दी।
उन्होंने कहा कि इस मामले पर नियम 130 के तहत प्रश्नकाल के बाद चर्चा की जा सकती है।
विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर भी बोलना चाहते थे, लेकिन शोरगुल के कारण कुछ भी सुनाई नहीं दिया। जैसे ही अध्यक्ष ने प्रश्नकाल शुरू किया, भाजपा सदस्यों ने नारेबाजी करते हुए सदन से बहिर्गमन किया।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा पर राजनीतिक लाभ लेने के लिए हंगामा करने का आरोप लगाया और कहा कि विपक्षी दल के सदस्य अंदरूनी कलह के कारण तनाव में हैं और सदन का समय बर्बाद कर रहे हैं।
संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि भाजपा को लोगों की चिंता नहीं है और उन्होंने सदन से बहिर्गमन को विपक्ष का दिवालियापन करार दिया।
सदन से बहिर्गमन के बाद मीडियाकर्मियों से बात करते हुए ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री दावा कर रहे हैं कि कोई वित्तीय संकट नहीं है, लेकिन कर्मचारियों को उनका वेतन नहीं मिला है और यह स्पष्ट नहीं है कि कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को उनका वेतन और पेंशन कब मिलेगी।
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