उत्तर प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में शुक्रवार से शुरू होंगी OPD सेवायें
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pexels)

लखनऊ, तीन जून: उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों में कमी के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चार जून (शुक्रवार) से प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी (वाह्य रोगी सेवायें) सेवायें बहाल करने का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री ने कोरोना के अतिरिक्त अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों की भर्ती करने और उनको समय से इलाज की सुविधाएं देने के आदेश दिये हैं. एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री के इस आदेश के बाद कोरोना के इतर अन्य बीमारियों से ग्रसित लोगों को बड़ी राहत मिलेगी. सामान्य मरीज भी अस्पतालों में डॉक्टरों को दिखा सकेंगे, उचित परामर्श हासिल कर ऑपरेशन कराना उनके लिये आसान हो जाएगा.

उन्होंने बताया कि संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर जिन मरीजों के ऑपरेशन तीन महीने से रूके हुये हैं उनके आपरेशन भी अब हो सकेंगे. प्रवक्ता ने बताया कि गर्भवती महिलाओं के साथ बच्चों को भी चिकित्सीय सुविधाएं मिलने से उनको राहत मिलेगी. उन्होंने एक बयान में बताया कि मार्च माह से शुरू कोरोना महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर उत्तर प्रदेश के कई शहरों में कोरोना कर्फ्यू लगाया गया था.

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प्रवक्ता ने बताया कि कोविड-19 मरीजों को तत्काल इलाज की सुविधा देने के लिये लखनऊ में 73 अस्पतालों को कोविड अस्पताल बनाया गया था. प्रदेश के अन्य बड़े शहरों में भी बड़ी संख्या में सरकारी व निजी अस्पतालों को कोविड अस्पताल घोषित किया गया था. अब इन कोविड अस्पतालों में भी ओपीडी सेवाओं की शुरुआत होगी. अन्य गंभीर रोगों से पीड़ित मरीजों की भर्ती और इलाज मिलना शुरू हो जाएगा.

बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अधिक से अधिक लोगों को प्रोत्साहित किया जाए कि वे बीमारी के इलाज में सहायक बनी ई-संजीवनी और ‘टेलीकन्सल्टेशन’ का उपयोग करें. प्रवक्ता ने बताया कि सरकार इसके जरिये गंभीर मरीजों को घर पर ही उपचार की सुविधाएं दे रही हैं.

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