बाइडन ने दो समूहों ‘अफगानइवाक’ और ‘ऑनर द प्रॉमिस ’ के नेताओं से मुलाकात की और अफगानिस्तान में 20 वर्ष तक चले युद्ध के दौरान, वहां के लोगों के पुनर्वास कार्यों में उनके योगदान की सराहना की।
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एड्रिएने वाटसन ने कहा,‘‘ उन्होंने 90,000 अफगानों का देश में स्वागत करने के अमेरिकी सरकार, पूर्व सैनिकों और लोगों के प्रयासों पर चर्चा की। साथ ही अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने तथा पुनर्वास के लिए अमेरिकी सरकार के प्रयासों पर भी विचार विमर्श किया।’’
अफगानिस्तान में युद्व समाप्ति की घोषणा का मंगलवार को एक वर्ष पूरा हो जाएगा। अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की पूर्ण वापसी की समयसीमा की घोषणा होने के साथ ही वहां अराजकता की स्थिति पैदा हो गई थी और ऐसी तस्वीरें आई थीं जिनमें अफगानिस्तान से लोग किसी भी तरह निकलने के प्रयासों में हवाई हवाजों पर लटकते नजर आए थे। अफगानिस्तान में देखते ही देखते तालिबान का कब्जा हो गया था और इस पूरे हालात को लेकर बाइडन की वैश्विक स्तर पर काफी आलोचना हुई थी, हालांकि बाइडन ने अपने कदम को सही ठहराया था।
पिछले माह तक विशेष आव्रजन वीजा पाने के लिए अफगानिस्तान के 74,000 लोगों के आवेदन लंबित थे। ये वे लोग हैं जिन्होंने अमेरिकी सैन्य दुभाषियों की मदद की थी या अमेरिकी तंत्र के लिए काम किया था।
व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में रणनीतिक संचार समन्वयक जॉन किर्बी ने कहा कि प्रशासन वीजा प्रक्रिया को मंजूरी देने के प्रयास जारी रखे हुए है।
उन्होंने कहा ,‘‘हम लोगों की निराशा को समझते हैं।’’
नौसेना में शामिल रहे और ‘अफगानइवाक’ के संस्थापक शॉन वैनडिवर ने एक बयान में कहा ,‘‘ बाइडन ने हमारे अफगान सहयोगियों का अमेरिका में स्वागत करने की अपनी प्रतिबद्धता साझा की।’’
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