इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान से कच्चे तेल के वायदा भाव में तेजी आयी थी। उन्होंने सोमवार को संकेत दिया कि तेल उत्पादक देश उत्पादन में दो करोड़ बैरल प्रतिदिन तक कटौती करने पर विचार कर रहे हैं। यह मात्रा इससे पहले सार्वजनिक रूप से घोषित आंकड़े के मुकाबले दोगुनी है। इस बयान के बाद कच्चे तेल की कीमतों में मंगलवार को तेजी देखने को मिली।
हालांकि, भारतीय समयानुसार शाम 4.30 बजे (11.00 जीएमटी) जून महीने में डिलिवरी के लिये यूरोपीय मानक लंदन ब्रेंट नार्थ सी तेल का भाव 0.4 प्रतिशत गिरकर 31.61 डॉलर प्रति बैरल रह गया।
इसी प्रकार, अमेरिकी मानक वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड का भाव मई डिलिवरी के लिये 1.7 प्रतिशत घटकर 22.04 डॉलर प्रति बैरल रहा।
सऊदी अरब के नेतृत्व वाले ओपेक और रूस के नेतृत्व वाले सहयोगी तेल उत्पादक देशों ने रविवार को मई से उत्पादन में करीब एक करोड़ बैरल प्रतिदिन की कटौती के लिए एक समझौता किया था।
कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए दुनिया भर में जारी लॉकडाउन के चलते कच्चे तेल की मांग में भारी कमी आई है और ऐसे में कीमतें तेजी से गिरी हैं। इसके अलावा सऊदी अरब और रूस के बीच कीमत युद्ध ने इस संकट को बढ़ा दिया।
विशेषज्ञों का मानना है कि उत्पादन में कटौती से कीमतों पर दबाव कम तो होगा, लेकिन यह मांग की स्थिति पर निर्भर करेगा।
एएफपी
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