एक सरकारी मीडिया रिपोर्ट में बृहस्पतिवार को किम के इस बयान की जानकारी दी गई. ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ (केसीएनए) ने किम के हवाले से कहा कि इस कदम का लक्ष्य दोनों देशों के बीच शांति की कोरियाई लोगों की इच्छा को पूरा करना है. किम के इस बयान से एक ही दिन पहले उत्तर कोरिया ने बुधवार को दावा किया था कि उसने एक नई ‘हाइपरसोनिक मिसाइल’ का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है.
केसीएनए ने कहा कि किम ने यह बयान देने के साथ ही दक्षिण कोरिया से अपील की कि वह अपने ‘‘अनुचित दोहरे व्यवहार’’ और ‘‘शत्रुतापूर्ण नीतियों’’ को त्याग दे. किम ने यह भी कहा कि अमेरिका की ‘‘शत्रुतापूर्ण नीतियां’’ और ‘‘सैन्य खतरे’’ अब भी बने हुए हैं और उसका वार्ता का हालिया प्रस्ताव केवल इस शत्रुता को छुपाने की कोशिश है. यह भी पढ़ें : WB By-Election 2021: भवानीपुर उपचुनाव के लिए बनाए गए 97 मतदान केंद्र, कड़ी सुरक्षा के बीच शाम 6:30 बजे तक होगी वोटिंग
कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है ताकि वह अमेरिका को आर्थिक प्रतिबंधो में ढील और अन्य रियायतें देने के लिए राजी कर पाए.