नोएडा, पांच दिसंबर उत्तर प्रदेश के नोएडा में किसानों के धरना-प्रदर्शन की वजह से स्थानीय लोगों, स्कूली बच्ची को स्कूल और कर्मचारियों को अपने कार्यालय पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
धरना-प्रदर्शन की वजह से लगे जाम में एंबुलेंस भी काफी देर तक फंसी रही और उद्योग धंधों को कच्चे माल की समय पर आपूर्ति नहीं हो सकी, जिसकी वजह से करोड़ों के राजस्व का नुकसान हुआ।
जाम में फंसे लोग पुलिस से भी उलझते नजर आए।
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) संगठन के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र नाहटा ने कहा कि किसानों द्वारा किए जा रहे धरना-प्रदर्शन के कारण करीब तीन दिन से उद्योग धंधे चौपट हैं।
उन्होंने कहा कि जगह-जगह पर किसानों के धरने की वजह से अवरोधक लगे हुए हैं, जिसकी वजह से उद्योग धंधों में काम करने वाले मजदूर समय से नहीं पहुंच पा रहे हैं।
नाहटा ने कहा कि कच्चे माल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है तथा उद्योगपति अगर अपने संस्थान में जाना चाहता है तो उसे पहुंचने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों को किसानों से बातचीत करके उनकी समस्याओं का जल्द से जल्द हल निकाल लेना चाहिए ताकि आए दिन होने वाले धरना-प्रदर्शन के कारण आम जनता को हो रही परेशानी को दूर किया जा सके।
उद्योगपति अभिषेक जैन ने कहा कि किसानों के धरना-प्रदर्शन के कारण उनके कारखाना में उत्पादन काफी प्रभावित हुआ है।
उन्होंने कहा कि धरना-प्रदर्शन के कारण कच्चे माल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है और उनके यहां काम करने वाले मजदूर समय से नहीं पहुंच पा रहे है।
जैन ने कहा कि आधे मजदूर ही काम पर आ पा रहे हैं और तैयार माल भी नोएडा से बाहर भेजने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (डीडीआरडब्ल्यूए) के अध्यक्ष एनपी सिंह का कहना है कि किसानों की लड़ाई सरकार से है लेकिन वह सरकार और प्राधिकरण से लड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इस तरह से धरना-प्रदर्शन कर सड़क जाम करके जनता को परेशान नहीं करना चाहिए।
सिंह ने कहा, “मैं भी किसान का बेटा हूं, किसान हूं, और किसान यूनियन में पदाधिकारी भी हूं, लेकिन इसके बावजूद मैं चाहता हूं कि किसान और सरकार के बीच बातचीत से इस समस्या का समाधान होना चाहिए।”
उन्होंने अनुरोध किया, “सभी किसान भाइयों से अनुरोध है कि वह जनता को परेशान ना करें।”
सिंह ने सरकार से किसानों के साथ बातचीत कर उनकी समस्याओं को हल करने की अपील की।
नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा के विभिन्न अस्पतालों में एंबुलेंस के संचालन करने वाले जतिन शर्मा ने बताया कि ट्रैफिक जाम के कारण सबसे ज्यादा परेशानी एंबुलेंस संचालकों को हो रही है।
उन्होंने कहा कि एंबुलेंस में सवार मरीज अत्यंत गंभीर हालत में होते हैं तथा उनके परिजन उस समय काफी उत्तेजित रहते हैं।
शर्मा ने कहा कि ट्रैफिक जाम के कारण मरीज घंटों फंसे रहते हैं और सायरन बजाने के बावजूद भी एंबुलेंस को रास्ता नहीं मिलता।
उन्होंने कहा कि इस कारण कई मरीजों की जान जा चुकी है।
शर्मा ने सरकार और किसान नेताओं से धरना-प्रदर्शन के दौरान एंबुलेंस को रास्ता देने की अपील की।
ऑटो चालक मोहम्मद नईम ने बताया कि किसानों के धरना-प्रदर्शन के कारण आये दिन शहर में जाम लगा रहता है और जाम में फंसे रहने से चालक तथा सवारियां दोनों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि इसकी वजह से सवारियां चालकों के बीच लड़ते-झगड़ते भी होते हैं।
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