भोपाल, 26 दिसंबर : मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मध्यप्रदेश से 15 बाघों को राजस्थान, छत्तीसगढ़ और ओडिशा भेजने का निर्देश दिया है. एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि आदेश के अनुसार, केंद्र सरकार से अनुमति लेने के बाद 12 बाघिन और तीन बाघों को तीन राज्यों को सौंप दिया जाएगा. बाघों को इन राज्यों में भेजने की प्रक्रिया के लिए कोई समय अवधि तय नहीं की गई है. अधिकारी ने बताया कि इस प्रक्रिया के तहत, बाघों को मध्यप्रदेश के बांधवगढ़, पेंच और कान्हा बाघ अभयारण्यों से स्थानांतरित किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि छह बाघिन और दो बाघों को छत्तीसगढ़ में भेजा जाएगा, जबकि राजस्थान को चार बाघिन दी जाएंगी. इसके अलावा, एक बाघ और दो बाघिनों को ओडिशा भेजा जाएगा. मुख्यमंत्री यादव ने निर्देश दिया है कि बाघों को स्थानांतरित करने की प्रक्रिया एक अधिकृत पशु चिकित्सक की देखरेख में की जानी चाहिए और यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि इस प्रक्रिया के दौरान बाघों को कोई खतरा न हो. अधिकारी ने बताया कि बाघों को स्थानांतरित करने के लिए जो परिवहन लागत आएगी वह संबंधित राज्य वहन करेंगे. यह भी पढ़ें : Greater Noida: लुटेरी दुल्हन गैंग का पर्दाफाश, महिला समेत चार की अलीगढ़ से गिरफ्तारी
राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) और भारतीय वन्यजीव संस्थान द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, देश में सबसे अधिक 785 बाघ मध्यप्रदेश में हैं, इसके बाद कर्नाटक (563) और उत्तराखंड (560) में हैं. मध्यप्रदेश सरकार ने हाल ही में रातापानी वन को राज्य के आठवें बाघ अभयारण्य के रूप में अधिसूचित किया है. एनटीसीए ने राज्य में नौ बाघ अभयारण्यों को मंजूरी दी है. राज्य सरकार ने अभी तक माधव राष्ट्रीय उद्यान को बाघ अभयारण्य के रूप में अधिसूचित नहीं किया है.