पटना, 25 सितंबर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निर्वाचन आयोग द्वारा बिहार विधानसभा के चुनाव के लिए तारीखों के ऐलान का स्वागत किया और कहा कि अगर राज्य के लोग उन्हें एक बार फिर सेवा का मौका देंगे तो वह और विकास कार्यक्रमों की शुरुआत करेंगे।
कुमार ने यहां जदयू दफ्तर में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मौजूदा कार्यकाल के 'सात निश्चय' की तरह ही उनकी सरकार विकास की पहल के दूसरे चरण की शुरुआत करेगी।
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कुमार प्रशासन ने 2015-20 के कार्यकाल के लिए 'सात निश्चय' की घोषणा की थी, जिनमें बुनियादी जरूरतों को सुनिश्चित करने वाली सात योजनाएं शामिल हैं, जैसै पाइप से पीने का पानी पहुंचाना, शौचालयों का निर्माण, पक्की नालियां और हर घर में बिजली का कनेक्शन।
जदयू के प्रमुख कुमार ने कहा कि 'सात निश्चय-2' में नौकरी की संभावना को उज्ज्वल करने के लिए युवाओं के कौशल को बढ़ाना, महिलाओं को आर्थिक सहायता देकर उनकी उद्यमशीलता को बढ़ावा देना, हरेक खेत को सिंचाई की सुविधा और लोगों तथा पशुओं को अतिरिक्त स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना शामिल होगा।
राजग के घटकों में सीटों के बंटवारे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अब चुनाव की तारीखों की घोषणा हो गई है तो इस प्रक्रिया में भी तेजी आएगी।
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा के चुनाव तीन चरणों- - 28 अक्टूबर, तीन नवंबर और सात नवंबर को होंगे तथा 10 नवबंर को नतीजों का ऐलान किया जाएगा।
कुमार से पूछा गया कि लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) प्रमुख चिराग पासवान अक्सर उनपर निशाना साधते हैं जिससे राजग में दरार पड़ने का संकेत मिलता है, इसपर मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस बात पर ध्यान नहीं देते हैं कि कौन क्या बोल रहा है। हम चाहते हैं कि राजग के सभी घटक मिलकर चुनाव लड़ें और जीतें।
उन्होंने कहा कि भाजपा भी इसके लिए काम कर रही है।
कुमार ने कहा कि 15 साल बनाम 15 साल निश्चित रूप से चुनाव अभियान का विमर्श रहेगा।
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