नयी दिल्ली, 15 नवंबर नीति आयोग के महिला उद्यमिता मंच (डब्ल्यूईपी) ने महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए अर्बन कंपनी के साथ साझेदारी की है। प्रायोगिक तौर पर शुरू इस पहल के तहत सैलून और ब्यूटी पार्लर चलाने वाली महिला उद्यमियों को सहायता दी जाएगी। एक आधिकारिक बयान में शुक्रवार को यह जानकारी दी गई।
बयान के अनुसार, डब्ल्यूईपी ने अपनी पुरस्कार-से-इनाम पहल के तहत, सौंदर्य और स्वास्थ्य देखभाल क्षेत्र में अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए महिला एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम) का समर्थन करने को लेकर पायलट आधार पर परियोजना शुरू की है।
महिला उद्यमियों को कौशल, कानून और अनुपालन, वित्त, बाजार और कारोबार विकास सेवाओं तक पहुंच के साथ-साथ संरक्षण और नेटवर्किंग के लिए प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी।
माइक्रोसेव कंसल्टिंग के एक अध्ययन में 1,00,000 से अधिक महिला एमएसएमई वाले चार प्रमुख क्षेत्रों की पहचान की गई। ये क्षेत्र हैं... सौंदर्य और स्वास्थ्य देखभाल, कपड़ा विनिर्माण, खुदरा व्यापार और खाद्य और पेय पदार्थ।
बयान में कहा गया है कि प्रायोगिक तौर पर शुरू की गई इस पहल का उद्देश्य कार्यक्रम के माध्यम से प्राप्त अनुभव और सीख का लाभ उठाकर देशभर में महिला संचालित एमएसएमई को आगे बढ़ाने की एक व्यवस्था विकसित करनी है।
इसमें कहा गया है कि अर्बन कंपनी छोटे उद्यमों में काम करने वाली महिलाओं की पहचान करने और उनके कारोबार के विकास में सहायता करने के लिए अन्य प्रमुख पक्षों के साथ मिलकर कार्यक्रम का नेतृत्व करेगी।
नीति आयोग ने 2018 में डब्ल्यूईपी को एक ‘एग्रीगेटर’ मंच के रूप में स्थापित किया था। यह 2022 में सार्वजनिक-निजी भागीदारी के तहत काम करने वाला मंच बन गया।
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