नयी दिल्ली, 10 जनवरी राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने बिहार निवासी एक व्यक्ति के खिलाफ भारत में आतंकी वारदातों को अंजाम देने की साजिश में कथित तौर पर शामिल होने के लिए शुक्रवार को आरोपपत्र दाखिल किया।
आरोपी, पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) संगठन की साजिश में कथित तौर पर शामिल था।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, एनआईए ने बिहार के बेगूसराय के रहने वाले विक्रम कुमार उर्फ छोटा उस्मान पर तत्कालीन भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और गैरकानूनी गतिविधियों (रोकथाम) की धाराओं के तहत बेंगलुरु की एक अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया।
एनआईए ने मामले की जांच अक्टूबर 2023 में बेंगलुरु पुलिस से अपने हाथ में ली थी।
यह मामला कर्नाटक के बेंगलुरु में आतंकी गतिविधियों की साजिश रचने वाले आरोपियों से हथियार, गोला-बारूद और दो वॉकी-टॉकी सहित डिजिटल उपकरणों की जब्ती से संबंधित है।
एनआईए द्वारा जारी बयान के मुताबिक, “प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की साजिश का उद्देश्य भारत की एकता, अखंडता, सुरक्षा और संप्रभुता को बाधित करने को बढ़ावा देना था।”
कुमार, बेंगलुरु केंद्रीय कारागार में एक आतंकी मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे टी नसीर के संपर्क में आया था।
जांच एजेंसी ने बताया कि 2017-18 में हत्या के एक मामले में जेल में बंद कुमार को अन्य लोगों के साथ नसीर ने कट्टरपंथी बनाया था।
एजेंसी के मुताबिक, रिहाई के बाद कुमार, नसीर और जुनैद अहमद (फरार) के संपर्क में रहा।
एनआईए ने जनवरी 2024 में इस मामले में फरार अहमद समेत आठ लोगों के खिलाफ आरोपपत्र भी दाखिल किया था।
बयान के मुताबिक, जुलाई 2023 में शुरू हुई इस मामले की जांच और फरार आरोपियों का पता लगाने के प्रयास जारी हैं।
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