नयी दिल्ली, पांच अप्रैल कोल इंडिया लि. (सीआईएल) की इकाई एनसीएल ने पिछले वित्त वर्ष में अपने कुल कोयला उत्पादन में से 87 प्रतिशत कोयल की आपूर्ति बिजली उत्पादक कंपनियों को की। कंपनी के अनुसार इस तरह से उसने कठिन समय में ईंधन की अधिक आपूर्ति कर बिजलीघरों को सतत रूप से चलाने में योगदान दिया है।
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ने एक बयान में कहा कि देश में ग्राहकों को सालाना आधार पर कोयला रैक की औसत आपूर्ति में करीब 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
सिंगरौली की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लि. (एनसीएल) का 2020-21 में उत्पादन सालाना आधार पर 6.47 प्रतिशत बढ़कर 11.505 करोड़ टन रहा।
कंपनी की उपलब्धि पर एनसीएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेश्क प्रभात कुमार सिन्हा ने अपनी टीम को बधाई दी और कहा कि इस महामारी के कठिन समय में भी कंपनी के कर्मचारियों ने देश की ऊर्जा सुरक्षा को लेकर अपनी प्रतिबद्धता साबित की है।
उन्होंने उम्मीद जतायी कि कंपनी की विकास यात्रा आगे भी जारी रहेगी।
बयान के अनुसार परिवहन के भरोसेमंद और हरित साधन को बढ़ावा देते हुए कंपनी ने रेल के जरिये अपने ग्राहकों को 12 प्रतिशत अधिक कोयले की आपूर्ति की है।
एनसीएल के मध्य प्रदेश के सिंगरौली और उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिलों में आधुनिक उपकरणों से युक्त 10 कोयला खदान हैं।
कंपनी ने 2023-24 तक 13 करोड़ टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य रखा है।
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