देश की खबरें | छत्तीसगढ़ में 25 लाख रुपये का इनामी नक्सली प्रभाकर राव गिरफ्तार

कांकेर, 23 दिसंबर छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले में सुरक्षाबलों ने 25 लाख रुपये के इनामी नक्सली प्रभाकर राव उर्फ बालमूरी नारायण राव (57) को गिरफ्तार किया है।

पुलिस अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि कांकेर के अंतागढ़ थाना क्षेत्र में सुरक्षाबलों ने घेराबंदी कर राव को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के सदस्य राव के सिर पर 25 लाख रुपये का इनाम घोषित था।

अधिकारियों के मुताबिक, कांकेर पुलिस को पिछले कुछ दिनों से माओवादी संगठन के उत्तर बस्तर सब जोनल ब्यूरो के वरिष्ठ माओवादी कैडर राव की गतिविधियों की जानकारी मिल रही थी।

उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों ने सूचना के आधार पर रविवार को अंतागढ़ थाना क्षेत्र में घेराबंदी कर राव को गिरफ्तार कर लिया और उससे पूछताछ जारी है।

बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने कहा कि बस्तर संभाग में माओवादियों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस संभाग के सात जिलों में इस साल अब तक कुल 884 माओवादियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

सुंदरराज के अनुसार, राव की गिरफ्तारी सुरक्षाबलों के लिए बड़ी कामयाबी है। उन्होंने कहा कि उत्तर बस्तर क्षेत्र के माओवादी संगठन के एक महत्वपूर्ण कैडर की गिरफ्तारी से क्षेत्र में नक्सली गतिविधियों पर लगाम लगाने में बढ़त मिलेगी।

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, “राव 1984 में नक्सल संगठन में पार्टी सदस्य के रूप में भर्ती हुआ था। वह पिछले 40 वर्षों से संगठन के लिए काम कर रहा था और मौजूदा समय में उत्तर सब जोनल ब्यूरो में रसद आपूर्ति और एमओपीओएस (मोबाइल पॉलिटिकल स्कूल) का प्रभारी था।”

अधिकारियों के अनुसार, राव छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों में दर्जनों अपराध में वांछित था। उन्होंने बताया कि वह ओडिशा, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ के शीर्ष माओवादी नेताओं का करीबी सहयोगी रहा है और केंद्रीय समिति सदस्य (सीसीएम) सचिव गणपति का चचेरा भाई है।

अधिकारियों के मुताबिक, राव का माओवादियों के वरिष्ठ नेता बसवा राजू, सीसीएम सचिव के रामचंद्र रेड्डी उर्फ राजू, देवजी उर्फ कुमा दादा, कोसा, सोनू, मल्लाराजा रेड़डी उर्फ संग्राम से करीबी संबंध है।

उन्होंने बताया कि राव की पत्नी डिविजनल कमेटी सदस्य राजे कांगे रावघाट एरिया कमेटी की प्रभारी है।

अधिकारियों के अनुसार, राव तेलंगाना के बीरपुर गांव का निवासी है और वह अविभाजित आंध्र प्रदेश, मध्यप्रदेश के बालाघाट क्षेत्र, छत्तीसगढ़ के उत्तर बस्तर, कोयलीबेड़ा व मानपुर-मोहला क्षेत्र में सक्रिय रहा है।

उन्होंने बताया कि राव ने 2005 से 2007 तक दंडकारण्य स्पेशनल जोनल कमेटी में आपूर्ति टीम और शहरी नेटवर्क से जुड़े कार्य किए थे।

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