नयी दिल्ली, चार दिसंबर केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के सिंघू बार्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के लिए 25 सदस्यीय मुस्लिम टीम बुधवार से ही लंगर (सामुदायिक रसोई) चला रही है।
मुस्लिम फेडरेशन ऑफ़ पंजाब की इस टीम के प्रमुख फारूकी मुबीन हैं। टीम का कहना है कि वे "हर किसी को भोजन देने वाले किसानों की सेवा" के लिए सिंघू बार्डर आए हैं।
मुबीन ने कहा कि जब तक किसानों का प्रदर्शन जारी रहेगा तब तक लंगर 24 घंटे चलेगा। उन्होंने कहा कि किसान हमारे लिए बहुत कुछ करते हैं। अब हमारी बारी उन्हें कुछ वापस करने की है।
उन्होंने कहा, "किसानों का ख्याल रखना हमारी जिम्मेदारी है। हम 25 स्वयंसेवकों की एक टीम हैं और हम लंगर चालू रखने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।’’
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तीन केंद्रीय मंत्रियों और आंदोलनरत किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल के बीच बृहस्पतिवार को हुई वार्ता के नाकाम रहने के बाद दिल्ली में हरियाणा और उत्तर प्रदेश से लगने वाली सीमाओं पर लगातार नौवें दिन हजारों किसानों ने प्रदर्शन किया।
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने शुक्रवार को कहा कि किसानों को उम्मीद है कि पांच दिसंबर को होने वाली बातचीत में सरकार उनकी मांगों को स्वीकार कर लेगी। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है तो किसानों का प्रदर्शन जारी रहेगा।
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