
मुजफ्फरनगर, 29 नवंबर : मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने हाल ही में एक स्थानीय कॉलेज में आयोजित फैशन शो पर आपत्ति जताई है, जहां प्रतिभागी बुर्का पहनकर रैंप पर उतरे थे. जमीयत उलमा-ए-हिंद के संयोजक मौलाना मुकर्रम कासमी ने यहां जारी एक बयान में आरोप लगाया कि कॉलेज के आयोजकों ने एक धर्म को निशाना बनाया. इसके साथ ही पारंपरिक परिधान बुर्का के अपमानजनक चित्रण के लिए उनसे माफी की मांग की.
रविवार को स्थानीय श्री राम कॉलेज के फैशन शो का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विवाद खड़ा हो गया, जिसमें प्रतिभागियों को बुर्का पहनकर रैंप पर चलते हुए दिखाया गया है. उन्होंने कहा कि बुर्का सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व रखता है, जो पर्दे की परंपरा का प्रतिनिधित्व करता है. उन्होंने कहा, ''बुर्के को फैशन शो में प्रदर्शन की वस्तु के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए.'' यह भी पढ़ें : उत्तर तमिलनाडु में हल्की वर्षा, भारी बारिश से चेन्नई व आसपास के इलाकों में भरा पानी
उन्होंने कहा कि यह घटना पोशाक से जुड़े सांस्कृतिक मूल्यों के खिलाफ है. कासमी ने इस तरह से बुर्के के इस्तेमाल की निंदा की और कॉलेज अधिकारियों से तत्काल माफी मांगने को कहा. उन्होंने कहा, "अगर वे माफी मांगने में विफल रहते हैं, तो हमारा संगठन कॉलेज अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कदम उठाएगा."