नयी दिल्ली, 25 नवंबर तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटीय इलाकों से चक्रवात ‘निवार’ के मद्देनजर एक लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) प्रमुख एस एन प्रधान ने बुधवार को यह जानकारी दी।
यह भी पढ़े | CM योगी आदित्यनाथ से मिले फ्रांस के राजदूत इमैनुअल लेनिन, यूपी के साथ नई साझेदारी के लिए की चर्चा.
उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ ने बंगाल की खाड़ी से तटीय इलाकों की ओर बढ़ रहे चक्रवात से निपटने के लिए कुल 50 दलों को चिह्नित किया है, जिनमें से 30 टीमों को तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश में जमीन पर तैनात किया गया है।
विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश), कटक (ओडिशा) और त्रिशूर (केरल) में 20 दलों को तैयार रखा गया है।
यह भी पढ़े | Prefix Zero: ध्यान दें! 15 जनवरी से लैंडलाइन से मोबाइल पर नंबर डायल करने से पहले लगाना पड़ेगा ‘0’.
प्रधान ने कहा कि ‘‘ चक्रवात के कारण पैदा होने वाली मुश्किल से मुश्किल चुनौती से निपटने के लिए’’ सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
प्रधान ने दृश्य-श्रव्य संदेश में कहा, ‘‘ताजा रिपोर्ट के अनुसार, चक्रवात के पहले जताए पूर्वानुमान की तुलना में थोड़ा देर से पहुंचने की संभावना है और यह 26 नवंबर या बृहस्पतिवार रात को दो-तीन बजे के बाद पहुंच सकता है।’’
उन्होंने बताया कि अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान के कारण 130 से 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का पूर्वानुमान है। चक्रवात के मामल्लापुरम और कराईकल के बीच पहुंचने की संभावना है।
प्रधान ने कहा, ‘‘ताजा रिपोर्ट के अनुसार, तमिलनाडु से एक लाख से अधिक लोगों और पुडुचेरी से करीब 1,000-2,000 लोगों को स्थानीय प्राधिकारियों और एनडीआरएफ ने बाहर निकाला है।’’
उन्होंने कहा कि चक्रवात पर नजर रख रहे राज्य और केंद्र के प्राधिकारियों के बीच ‘‘बढ़िया समन्वय’’ है और बल के पास कटर जैसे उपकरण हैं और उसे फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए नौकाएं मुहैया कराई गई हैं।
एनडीआरएफ के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘राज्य प्राधिकारियों के साथ विचार-विमर्श के बाद तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश के प्रभावित हो सकने वाले क्षेत्रों में एनडीआरएफ के कुल 25 दलों को तैनात किया गया है।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)