पलामू बाघ अभयारण्य में पशुओं की गणना में 500 से अधिक ट्रैप कैमरों का होगा इस्तेमाल
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

मेदिनीनगर (झारखंड),9 सितंबर: पलामू बाघ अभयारण्य (पीटीआर) में बाघों समेत अन्य जानवरों की गणना में 500 से अधिक ट्रैप कैमरों का इस्तेमाल किया जाएगा. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. ट्रैप कैमरा सेंसरयुक्त एक ऐसा कैमरा होता है जो अपने आसपास की किसी गतिविधि, जैसे किसी जानवर के उसके दायरे में आने पर अपने आप चालू हो जाता है.यह भी पढ़े: UP: बंदर के हमले से बचने के लिए BJP नेता की पत्नी ने छत से लगाई छलांग, हुई मौत

पीटीआर के निदेशक कुमार आशुतोष (Kumar Ashutosh) ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि 1,129 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में लगाए जाने वाले 509 ट्रैप कैमरों का इस्तेमाल बाघों समेत अन्य जानवरों की गणना में किया जाएगा.उन्होंने बताया कि चिह्नित जगहों पर कैमरे लगाने की प्रक्रिया अक्टूबर से दिसंबर के बीच शुरू होगी और इस काम के लिए 300 कर्मचारियों को लगाया जाएगा. उन्होंने बताया कि तस्वीरों के अलावा बाघों का मलमूत्र भी एकत्रित किया जाएगा और इसे जांच के लिए देहरादून में वन्यजीव प्रयोगशाला में भेजा जाएगा.

आशुतोष ने बताया कि चार विशेषज्ञ वन अधिकारियों की निगरानी में वन्यजीवों की गणना की जाएगी. अभी इस अभयारण्य में 72 तेंदुए हैं. उन्होंने बताया कि इस गणना के नतीजे अगले साल जुलाई तक आने की उम्मीद है. गणना वैज्ञानिक तरीके से की जाएगी.उन्होंने बताया कि केचकी को पर्यटक स्थल के तौर पर विकसित करने के लिए राज्य सरकार को एक प्रस्ताव भेजा गया है. केचकी बेतला राष्ट्रीय उद्यान में एक आकर्षक जगह है जहां शर्मिला टैगोर और बिमल रॉय समेत कई बॉलीवुड सितारों ने अपनी फिल्मों की शूटिंग की है. बेतला राष्ट्रीय उद्यान एक अक्टूबर से दर्शकों के लिए खोला जाएगा.

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)