नयी दिल्ली, 17 मई राष्ट्रीय राजधानी में पारा चढ़ने के साथ बिजली की अधिकतम मांग 6,800 मेगावाट से भी आगे निकल गयी। यह गर्मी के इस मौसम में अब तक की सर्वाधिक मांग है। शहर में बिजली वितरण करने वाली कंपनी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
बिजली की मांग से संबंधित आंकड़े जुटाने वाले 'स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर' (एसएलडीसी) दिल्ली के वास्तविक समय पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, शहर में बिजली की अधिकतम मांग बृहस्पतिवार रात 11.10 मिनट पर 6,834 मेगावाट पहुंच गयी। हालांकि शुक्रवार दोपहर 3.28 मिनट पर यह 6,703 मेगावाट रही।
दिल्ली में बिजली की मांग बृहस्पतिवार को 3.26 मिनट पर 6,780 मेगावाट रही थी।
उत्तरी दिल्ली में बिजली आपूर्ति करने वाली कंपनी टाटा पावर-डीडीएल के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी ने 2035 मेगावाट की अधिकतम बिजली मांग को सफलतापूर्वक पूरा किया। यह कंपनी के वितरण क्षेत्र में इस मौसम की अधिकतम मांग है।
टाटा पावर-डीडीएल के परिचालन क्षेत्रों में बिजली की अधिकतम मांग पिछले साल 23 मई को 2012 मेगावाट रही थी।
उन्होंने कहा कि इस बार गर्मी के मौसम में परिचालन क्षेत्र में बिजली की अधिकतम मांग 2351 मेगावाट तक जाने का अनुमान है। इसे ध्यान में रखकर कंपनी ने अपने दीर्घकालिक और अल्पावधि व्यवस्था के साथ 2,500 मेगावाट तक बिजली खरीद संबंधी समझौतों पर हस्ताक्षर भी किए हैं।
टाटा पावर डीडीएल के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘गर्मी के इस मौसम के लिए हमारी बिजली की व्यवस्था में दीर्घकालीन समझौते और रोहिणी एवं रानी बाग में बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली (बीईएसएस) शामिल हैं। ये निर्बाध बैक-अप और निरंतर भरोसेमंद बिजली देते हैं। यह पूरी व्यवस्था गर्मी में अधिकतम मांग से निपटने में सक्षम है।’’
वितरण कंपनियों को दिल्ली में बिजली की अधिकतम मांग 8,000 मेगावाट के पार कर जाने का अनुमान जताया है।
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