पुणे, 26 फरवरी : युद्धग्रस्त यूक्रेन से सुरक्षित निकाले जाने के बाद महाराष्ट्र के कई छात्र शनिवार को दिल्ली और मुंबई पहुंचेंगे. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने यह जानकारी दी. अजीत पवार के मुताबिक राज्य सरकार छात्रों के पहुंचने के बाद उन्हें उनके संबंधित मूल स्थानों तक पहुंचने में मदद करेगी. राकांपा नेता ने कहा, “महाराष्ट्र से कई छात्र चिकित्सा संबंधी पाठ्यक्रमों की पढ़ाई करने के लिए यूक्रेन गए हैं. ऐसे 366 छात्रों को वहां से सुरक्षित बाहर निकालने के लिए उनके माता-पिता ने हमसे संपर्क किया है. महाराष्ट्र के 32 छात्र आज दिल्ली पहुंचेंगे.”उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने छात्रों के लिए दिल्ली हवाई अड्डे पर एक केंद्र स्थापित किया है. इन छात्रों को वापस महाराष्ट्र लाने का सारा खर्च राज्य सरकार उठाएगी. पवार ने कहा, “उनके अलावा, विभिन्न राज्यों के लगभग 240 छात्र आज दोपहर मुंबई पहुंचेंगे. हमने मुंबई हवाई अड्डे पर भी एक काउंटर खोला है. राज्य सरकार इन छात्रों को उनके संबंधित स्थानों तक पहुंचने में मदद करेगी.” अजीत पवार ने पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी(राकांपा) और कांग्रेस की महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार को कोई खतरा नहीं है. उन्होंने कहा कि 288 सदस्यीय विधानसभा में एमवीए सरकार के पास 145 सीटों के साथ बहुमत का आंकड़ा है, इसलिए सरकार को कोई खतरा नहीं है.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बयान के बारे में पूछे जाने पर कि महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद एमवीए सरकार लंबे समय तक नहीं टिकेगी, अजीत पवार ने कहा, “मैं एमवीए सरकार के अस्तित्व के बारे में विरोधियों के बयान पर टिप्पणी नहीं करना चाहता. लेकिन उनके दावों के बावजूद, मैं कहूंगा कि जब तक राज्य विधानसभा में 145 का जादुई आंकड़ा हमारे पास है और जब तक राकांपा, कांग्रेस और शिवसेना एक साथ हैं, तब तक सरकार मजबूत रहेगी.” प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक कार्य मंत्री नवाब मलिक को धनशोधन के एक मामले की जांच के सिलसिले में बुधवार को गिरफ्तार कर लिया था. शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने शुक्रवार को कहा था कि उनके कार्यकर्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छह मार्च होने वाली पुणे यात्रा के दौरान उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे. नेताओं ने कहा कि विरोध प्रदर्शन संसद में प्रधानमंत्री के उस बयान के खिलाफ होगा जिसमें कोरोना वायरस के प्रसार के लिए महाराष्ट्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया गया था. यह भी पढ़ें : बजरंग दल कार्यकर्ता हत्याकांड: सामान्य स्थिति की ओर बढ़ रहा कर्नाटक का जिला
मेट्रो रेल सेवा के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री के छह मार्च को पुणे आने की उम्मीद है, लेकिन उनके कार्यक्रम के बारे में अभी तक कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है. मोदी के पुणे दौरे के बारे में राकांपा के विरोध के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी पुणे आ रहे हैं. उपमुख्यमंत्री होने के नाते, मैं उनका स्वागत करूंगा. हम मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से अनुरोध कर रहे हैं कि अगर उनका स्वास्थ्य अनुमति देता है तो वे साथ आएं.” राकांपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री को पुणे में कार्यक्रम आयोजित करने का अधिकार है. राज्य और केंद्र दोनों ने मेट्रो रेल निर्माण के लिए धन राशि दी है, इसलिए यह संयुक्त कार्यक्रम होगा.