इंफाल, 18 नवंबर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने राज्य में कानून-व्यवस्था की मौजूदा स्थिति की समीक्षा के लिए सोमवार शाम छह बजे सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के मंत्रियों और विधायकों की बैठक बुलाई है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में हुआ है, जब 60 सदस्यीय मणिपुर विधानसभा में सात विधायकों वाली नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने भाजपा नीत सरकार से समर्थन वापस ले लिया है और दावा किया है कि बीरेन सिंह सरकार पूर्वोत्तर राज्य में ‘‘संकट को हल करने और सामान्य स्थिति बहाल करने में पूरी तरह विफल रही है।’’
हालांकि, समर्थन वापसी से भाजपा सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि उसके पास 32 विधायकों के साथ बहुमत है।
इस बीच, मुख्यमंत्री के सचिव निंगथौजम ज्योफ्रे ने मणिपुर अखंडता समन्वय समिति (सीओसीओएमआई) को लिखे पत्र में इंफाल घाटी में प्रभावशाली इस निकाय से अनुरोध किया कि वह इस महत्वपूर्ण मोड़ पर किसी भी तरह के हिंसक आंदोलन से बचें और संयुक्त रूप से विचार-विमर्श करें।
राज्य सरकार का यह अनुरोध ऐसे समय में आया है, जब सीओसीओएमआई के सदस्यों ने सोमवार को इंफाल पश्चिम जिले के लाम्फेल क्षेत्र में सरकारी कार्यालय भवनों को बंद करने का अभियान शुरू किया है।
वहीं, पुलिस ने बताया कि जिरिबाम जिले में संपत्ति को नुकसान पहुंचा रही भीड़ और सुरक्षा बलों के बीच झड़प के दौरान गोलीबारी में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई।
पुलिस ने गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो जाने की पुष्टि की है। लेकिन पुलिस ने यह साफ नहीं किया कि गोलीबारी किसने की, जबकि प्रत्यक्षदर्शियों ने सुरक्षा बलों की ओर से गोलीबारी किए जाने का दावा किया है।
यह घटना रविवार देर रात उस समय हुई जब उग्रवादियों द्वारा अपहृत महिलाओं और बच्चों की हत्या के विरोध में प्रदर्शनकारी जिरीबाम थाना क्षेत्र के बाबूपारा में संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे थे।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई... यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया है कि गोली किसने चलाई।’’
प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यालयों और जिरिबाम के निर्दलीय विधायक के घर में तोड़फोड़ की। अधिकारियों ने बताया कि वे इमारतों से सामान, कागज आदि बाहर ले आए और वहीं सामने उनमें आग लगा दी।
इस बीच, सूत्रों ने बताया कि असम के सिलचर शहर में एक सरकारी अस्पताल में जिरीबाम जिले से लापता हुए पांच लोगों के शवों का पोस्टमार्टम पूरा हो गया है।
ग्यारह नवंबर को सुरक्षा बलों और कुकी-जो उग्रवादियों के बीच गोलीबारी के बाद जिरीबाम से लापता हुए छह लोगों में से पांच के शव पिछले कुछ दिनों में जिरीबाम में जिरी नदी और असम कछार में बराक नदी में पाए गए। इस मुठभेड़ में 10 उग्रवादी मारे गए थे।
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