कोलकाता, तीन मई पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने शुक्रवार को राजभवन में महिला कर्मी से कथित तौर पर दुर्व्यवहार करने को लेकर राज्यपाल सी. वी. आनंद बोस को आड़े हाथों लिया।
पूर्वी बर्धवान जिले में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए ममता ने कहा कि राजभवन में महिला के साथ छेड़छाड़ की खबर सुन उनका दिल रो रहा है। उन्होंने इसे शर्मनाक करार दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘कल, राजभवन में काम करने वाली एक युवा महिला सामने आई और राज्यपाल द्वारा कथित उत्पीड़न किये जाने के बारे में बताया ...कल, महिला की व्यथा सुन मेरा दिल रो पड़ा। मैंने उसके आरोप का वीडियो देखा। संदेशखालि पर बात करने से पहले भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) को यह जवाब देना चाहिए कि राज्यपाल ने राजभवन में काम करने वाली महिला के साथ ऐसा क्यों किया।’’
ममता ने आश्चर्य जताया कि ‘‘कल रात राजभवन में आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस मुद्दे पर एक शब्द भी क्यों नहीं बोला।’’
उन्होंने कहा, ‘‘महिला रोती हुई बाहर आई और कहा कि वह अब राजभवन में काम करने को लेकर बहुत ही भयभीत है। उसने बताया कि उसे असमय बुलाया जाता था और उत्पीड़न किया जाता था। और ये लोग हमारी माताओं और बहनों की गरिमा की बात करते हैं।’’
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने आरोप लगाया कि भाजपा स्कूल सेवा आयोग के जरिये नियुक्त कई लोगों की नौकरियों के जाने के लिए भाजपा जिम्मेदार है।
राज्यपाल बोस ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह ‘मनगढ़ंत आरोपों’ से नहीं डरेंगे और ‘सच्चाई की जीत होगी।’ उन्होंने यह बयान तृणमूल कांग्रेस नेताओं के इस दावे के बाद दिया कि राजभवन में काम करने वाली एक महिला कर्मी ने उनपर छेड़छाड़ का आरोप लगाया है।
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