रांची, 14 जनवरी झारखंड में मकर संक्रांति के अवसर पर मंगलवार सुबह बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने नदियों और अन्य जलस्रोतों में पवित्र डुबकी लगाई।
राज्य के लोगों ने पारंपरिक उत्साह के साथ फसल उत्सव ‘टुसू’ भी मनाया।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राज्यपाल संतोष गंगवार ने इस अवसर पर शुभकामनाएं दीं।
सोरेन ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा, “प्रकृति और लोक उत्सव का महापर्व सोहराय, टुसू पर्व, बुरु मागे और मकर संक्रांति की आप सभी को अनेक-अनेक बधाई, शुभकामनाएं और जोहार। प्रकृति के ये महापर्व आप सभी को स्वस्थ रखें। आप सभी समृद्ध और खुशहाल रहें, यही कामना करता हूं।”
राज्यपाल ने कहा, “उल्लास और उत्साह से परिपूर्ण यह पर्व आप सभी के जीवन में खुशहाली, सौभाग्य और समृद्धि लेकर आए।”
हर वर्ष जनवरी के मध्य में मनाया जाने वाला मकर संक्रांति सूर्य के मकर राशि में प्रवेश का प्रतीक है, जो शीत संक्रांति के अंत और लंबे दिनों की शुरुआत का प्रतीक है।
यह सूर्य देव को समर्पित फसल उत्सव है और इसका सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व बहुत अधिक है।
ठंड के बावजूद श्रद्धालु मकर संक्रांति के अवसर पर गंगा, दामोदर, खरकई नदियों और अन्य नदियों में डुबकी लगाते देखे गए।
राज्य में फसल कटाई का त्योहार ‘टुसू’ भी मनाया गया।
झारखंड भाजपा प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने ‘एक्स’ पर कहा कि ‘टुसू’ पर्व का मुख्य उद्देश्य फसल कटाई के बाद प्रकृति तथा फसल की समृद्धि के लिए आभार प्रकट करना है।
उन्होंने कहा, “यह पर्व आदिवासी समाज की परंपराओं और सांस्कृतिक धरोहर का जीवंत उदाहरण है।”
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