देश की खबरें | बारिश के कारण पश्चिम बंगाल और सिक्किम के बीच मुख्य सड़क संपर्क अवरुद्ध

कोलकाता/गंगटोक, 20 अक्टूबर पश्चिम बंगाल के पहाड़ी जिलों और पर्वतीय सिक्किम में मूसलाधार बारिश के कारण बुधवार को भूस्खलन की कई घटनाओं में पुल क्षतिग्रस्त हो गए, राजमार्ग जलमग्न हो गए और सामान्य जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। दोनों राज्यों के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 10, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के बीच मुख्य सड़क संपर्क बड़े पैमाने पर अवरुद्ध हो गया जबकि तीस्ता सहित उफनती नदियों ने इसके किनारे के गांवों को तबाह कर दिया।

भारी बारिश के कारण हुए एक भूस्खलन से पश्चिम बंगाल के 29वीं माइल क्षेत्र में राजमार्ग बंद हो गया जो सिक्किम की रांगपो सीमा से लगभग 60 किलोमीटर दूर है। अधिकारियों ने बताया कि यहां आज सुबह पानी हाउस इलाके में एक और भूस्खलन हुआ जिससे यातायात बाधित हो गया। उन्होंने कहा कि सड़क से मलबा हटाने का काम जारी है।

उन्होंने कहा कि तीस्ता नदी में पानी के अत्यधिक बहाव के कारण रांगपो में स्टील के पुल के खंभे क्षतिग्रस्त हो गए और पुल पर आवाजाही सीमित कर दी गई है। उन्होंने कहा कि कई स्थानों पर बारिश की वजह से फसलों को भी नुकसान पहुंचा हैं।

उत्तरी बंगाल में भारी बारिश से बुधवार को आम जनजीवन प्रभावित रहा। दार्जिलिंग, कलिमपोंग और जलपाईगुड़ी जिलों में बारिश की वजह से भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं जिससे सड़क और पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं और कई स्थानों पर वाहनों की आवाजाही रोकनी पड़ी है।

मौसम विभाग ने दार्जिलिंग, कलिमपोंग और अलीपुरदुआर जिलों के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी करते हुए बृहस्पतिवार की सुबह तक तीनों जिलों में एक दो स्थानों पर मूसलाधार बारिश का पूर्वानुमान जताया है। मौसम विभाग के मुताबिक, जलपाईगुड़ी और कूच बिहार में भी मूसलाधार बारिश का अनुमान है।

अधिकारियों ने बताया कि कलिमपोंग जिले में भूस्खलन की वजह से सड़क संपर्क टूट गया है और कलिमपोंग कस्बे से पेडोंग, लावा और अलगारा सहित कई बस्तियों को जोड़ने वाली सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं। उन्होंने बताया कि तीस्ता नदी में बाढ़ आ गई है और सिलिगुड़ी को सिक्किम की राजधानी गंगटोक से जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 10, तीस्ता बाजार इलाके में जलमग्न हो गया है जिसकी वजह से यातायात में समस्या आ रही है।

उन्होंने बताया कि दार्जिलिंग जिले में सिलिगुड़ी शहर के बाहरी इलाके के मैत्रीगारा में बालसोन नदी पर बना पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है।

सिलिगुड़ी के पुलिस आयुक्त गौरव शर्मा ने बताया कि पुल के क्षतिग्रस्त होने की वजह से चारपहिया वाहनों का मार्ग परिवर्तन किया गया है जबकि दोपहिया वाहनों और पैदल यात्रियों को पुल से जाने की अनुमति दी जा रही है।

उन्होंने संवाददाताओं को बताया, ‘‘हम लोगों से अपील कर रहे हैं कि मार्ग परिवर्तन के चलते वे लंबे रास्ते से जाने की योजना बनाएं।’’

अधिकारियों ने बताया कि दुर्गा पूजा के दौरान पहाड़ी इलाकों में गए सैकड़ों पर्यटक अपने अगले गंतव्यों पर जाने या घर लौटने के लिए रेलवे स्टेशन या बागडोगरा हवाई अड्डे तक पहुंचने में भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से मुश्किल का सामना कर रहे हैं।

उन्होंने बताया कि जलपाईगुड़ी जिले के कई निचले इलाके तीस्ता और जलढाका नदियों का जलस्तर बढ़ने की वजह से बाढ़ की चपेट में आए गए है और इन इलाकों में बसे लोग सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं।

मौसम विभाग ने बताया कि बुधवार को सुबह साढ़े आठ बजे समाप्त हुई 24 घंटे की अवधि में दार्जिलिंग में 233.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है जो राज्य में सबसे अधिक है। इसके अलावा इस अवधि में कलिमपोंग में 199 मिमी, जलपाईगुड़ी में 151 मिमी और कूच बिहार में 60.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है। भारी बारिश की वजह से तोरसा सहित इलाके की कुछ अन्य नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी है।

मौसम विभाग ने बताया कि उप हिमालयी क्षेत्र में बृहस्पतिवार को सुबह तक मौसम खराब रहेगा। विभाग ने बताया कि पश्चिम बंगाल के दक्षिणी जिलों में मौसम में बुधवार को अपेक्षाकृत सुधार हुआ जहां पर कम दबाव के क्षेत्र की वजह से 17 अक्टूबर से ही बारिश हो रही थी।

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