मुंबई, 7 दिसंबर : महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (एमवीए) के सदस्यों ने राज्य के चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए शनिवार को विधानसभा के तीन दिवसीय विशेष सत्र के पहले दिन विधायक के तौर पर शपथ नहीं लेने का फैसला किया. राज्य विधानमंडल के निचले सदन का विशेष सत्र आज यहां सुबह 11 बजे शुरू हुआ. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे तथा अजित पवार सहित सत्तारूढ़ दलों के कई सदस्यों ने विधानसभा सदस्य के रूप में शपथ ली.
हालांकि, विपक्षी दल कांग्रेस, शिवसेना (उबाठा) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के सदस्यों ने शपथ नहीं लेने का फैसला किया. विधान भवन परिसर में शिवसेना (उबाठा) नेता आदित्य ठाकरे ने कहा, ‘‘एमवीए ने आज सदन की सदस्यता की शपथ नहीं लेने का फैसला किया है. जब कोई सरकार इतने प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आती है तो जश्न मनाया जाता है. सवाल उठता है कि उसे जो जनादेश मिला है, वह जनता ने दिया है या ईवीएम और भारत निर्वाचन आयोग ने.’’ यह भी पढ़ें : योगी सरकार का ऐतिहासिक कदम, प्रदेश में सौर ऊर्जा से संचालित हो रही जल जीवन मिशन की 33 हजार योजनाएं
उन्होंने कहा कि विपक्ष सोलापुर के मालशिरस विधानसभा क्षेत्र के मरकडवाडी गांव में कर्फ्यू और गिरफ्तारियों का भी विरोध कर रहा है जहां ग्रामीणों ने मतपत्रों के जरिए ‘‘दोबारा चुनाव’’ की मांग की है. उन्होंने कहा, ‘‘हम शपथ नहीं ले रहे हैं, लोगों के मन में जो शंकाएं हैं उन पर संज्ञान ले रहे हैं.’’