मुंबई: कांग्रेस (Congress) की महाराष्ट्र (Maharashtra) इकाई के प्रमुख नाना पटोले (Nana Patole) ने शुक्रवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कई नेताओं ने विधानपरिषद चुनावों में महाविकास आघाडी (MVA) की जीत सुनिश्चित करने के लिए विदर्भ में उसकी मदद की है और इस तरह भाजपा में फूट पड़ जाएगी. राज्य में सत्तारूढ़ एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde)-भाजपा गठजोड़ को झटका देते हुए एमवीए ने द्विवार्षिक चुनाव में शिक्षक और स्नातक कोटे की पांच सीट में तीन पर जीत हासिल कर ली, जिनमें नागपुर, औरंगाबाद और अमरावती शामिल हैं. वहीं, भाजपा और एक निर्दलीय उम्मीदवार सत्यजीत ताम्बे ने क्रमश: कोंकण और नासिक स्नातक सीट पर जीत दर्ज की.
पटोले ने संवाददाताओं से कहा कि उनका अब भी यह मानना है कि ताम्बे पिता-पुत्र ने पार्टी के साथ विश्वासघात किया. पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार सुधीर ताम्बे ने नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन खुद को इस दौड़ से बाहर कर लिया, जबकि उनके बेटे सत्यजीत ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया था. कांग्रेस ने उन दोनों को निलंबित कर दिया है. Terrorist Attack Threat in Mumbai: मुंबई में आतंकी हमले की धमकी, NIA को भेजा गया मेल, अलर्ट पर पुलिस
पटोले ने यह भी कहा कि चुनावों में भाजपा को यह भी दिखा दिया गया कि प्रभावशाली कौन है. उन्होंने पार्टी (कांग्रेस) के लिए लोगों के बीच उत्साह का संचार करने का श्रेय कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को दिया, जो विदर्भ से गुजरी थी.
एमवीए समर्थित उम्मीदवार सुधाकर अदबाले द्वारा भाजपा समर्थित उम्मीदवार नागोराव गनारा को हराने के बाद, पटोले ने बृहस्पतिवार को दावा किया था कि भाजपा के मातृ संगठन के गढ़ में मिली जीत उसके (भाजपा के लिए) एक झटका है. उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का संदर्भ देते हुए यह कहा, जिसका मुख्यालय नागपुर में है. अमरावती और नागपुर दोनों विदर्भ क्षेत्र में हैं.
पटोले ने कहा, ‘‘विदर्भ कांग्रेस के पास बरकरार है. हम गलत समन्वय और योजना से प्रभावित हुए थे. इस बार हर किसी ने एकजुटता से कार्य किया और यह लड़ाई लड़ी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘चाहे यह अमरावती या नागपुर संभाग हो, भाजपा नेताओं (परोक्ष तौर पर उनका इशारा उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की ओर था) द्वारा पैदा किये गये संकट के कारण उसके (भाजपा के) कई नेताओं ने हमारी मदद की. उनमें फूट पड़ जाएगी, यह आपको देखने को मिलेगा.’’
पटोले ने ताम्बे की बगावत के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में फूट डालने की भाजपा की कोशिश ने उसी को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाया. भाजपा ने विधानपरिषद चुनावों के आखिरी क्षणों में ताम्बे का समर्थन किया था. पटोले ने कहा, ‘‘आपने हमारा एक विधान परिषद सदस्य लिया था. हमने नासिक संभाग से 50 सीट जीतने की एक योजना बनाई है.’’
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