मुंबई, 20 अक्टूबर महाराष्ट्र सरकार विभिन्न कारणों से फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए उपग्रहों के इस्तेमाल की योजना बना रही है। इससे किसानों को मुआवजे के भुगतान में भी तेजी आएगी। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
राज्य प्रशासन ने बुधवार को इस विषय पर राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के समक्ष एक प्रस्तुति दी, जिसके बाद फडणवीस ने अधिकारियों से प्रस्ताव पर आगे की कार्यवाही करने को कहा।
फडणवीस ने यहां एक समारोह के दौरान योजना के संबंध में कहा कि उपग्रह का इस्तेमाल कर फसल क्षति का आकलन और मुआवजा की प्रक्रिया इस क्षेत्र में बड़ा बदलाव साबित होगा। उन्होंने कहा कि उपग्रह चित्रों की मदद से फसल को हुए नुकसान की गंभीरता का पता चलने के साथ ही किसानों को भुगतान की प्रक्रिया में तेजी लाई जा सकेगी।
फडणवीस ने कहा, ‘‘कल मैंने जिस प्रस्तुति में भाग लिया वह इस प्रस्ताव के बारे में थी। योजना में कुछ त्रुटियां और तकनीकी खामियां थीं, जिन्हें मैंने दूर करने को कहा है।’
उन्होंने कहा कि इस प्रणाली में मानवीय हस्तक्षेप कम से कम होगा।
मौजूदा प्रक्रिया के अनुसार, सरकार एक लिखित आदेश जारी कर राजस्व अधिकारियों को प्रभावित खेतों का दौरा करने, इसका सर्वेक्षण करने और फिर एक क्षति आकलन रिपोर्ट जमा करने के लिए कहा जाता है।
रिपोर्ट को तहसील से जिले और फिर राज्य स्तर पर भेजा जाता है, जिसके बाद फसल के महत्व और इसकी उत्पादन लागत के आधार पर सरकार आर्थिक मुआवजे की घोषणा करती है।
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