मुंबई, 15 जुलाई महाराष्ट्र सरकार ने मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की खुली जांच करने के लिए भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो (एसीबी) को अपनी अनुमति दे दी है। ब्यूरो के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
सिंह के खिलाफ ये आरोप एक अन्य पुलिस अधिकारी ने लगाये थे।
अधिकारी ने बताया कि एसीबी ने पुलिस निरीक्षक अनूप डांगे द्वारा सिंह के खिलाफ लगाये गये आरोपों की खुली जांच शुरू करने की अनुमति मांगी थी और सरकार ने बुधवार को इसकी अनुमति दे दी।
डांगे को पिछले साल निलंबित कर दिया गया था और इस साल की शुरूआत में सेवा में फिर से बहाल कर लिया गया।
एसीबी अधिकारियों ने कहा कि जांच डांगे की शिकायत पर आधारित है, जिन्होंने आरेाप लगाया था कि उनसे एक व्यक्ति ने खुद को परमबीर सिंह का रिश्तेदार बताते हुए संपर्क किया था और उन्हें बल में बहाल करने के लिए दो करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी।
डांगे पहले गामदेवी पुलिस थाने में पदस्थ थे और अब वह मुंबई पुलिस के दक्षिण नियंत्रण कक्ष से संबद्ध कर दिये गये हैं। उन्होंने महाराष्ट्र के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) को इस साल फरवरी में एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने सिंह के खिलाफ आरोप लगाये थे।
डांगे ने आरोप लगाया था कि सिंह जब एसीबी के महानिदेशक थे तब उन्होंने अंडरवर्ल्ड से संपर्क रखने वाले कुछ लोगों को बचाया था।
उन्होंने आरोप लगाया था कि सिंह ने मुंबई पुलिस आयुक्त बनने पर एक पुरानी रंजिश के चलते उन्हें निलंबित कर दिया था।
गौरतलब है कि सिंह का उद्योगपति मुकेश अंबानी की सुरक्षा से जुड़े एक मामले से निपटने के तौर तरीकों को लेकर इस साल मार्च में मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से तबादला कर दिया गया था।
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