छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) के येवला निर्वाचन क्षेत्र से पीछे चल रहे है. प्रचार के दौरान शरद पवार ने मतदाताओं से "विश्वासघाती" को हराने की भावुक अपील की थी, जो पिछले साल जुलाई में भुजबल के अजित पवार के साथ जाने से उन्हें लगी गहरी चोट को दर्शाता है. राकांपा (एसपी) प्रमुख ने खुलासा किया था कि राकांपा में फूट के बाद भुजबल उनके घर पहुंचे और उनके व अजित पवार के बीच सुलह कराने की पेशकश की, लेकिन वह दोबारा कभी नहीं आए.
भुजबल ने 1991 में शिवसेना से नाता तोड़ लिया था और शरद पवार के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए थे. 1999 में जब शरद पवार ने राकांपा की स्थापना की, तब भुजबल कांग्रेस छोड़ उनकी पार्टी से जुड़ गए. नासिक जिले में स्थित येवला में देश की सबसे बड़ी प्याज मंडी है. पैठानी साड़ियों के लिए भी प्रसिद्ध इस निर्वाचन क्षेत्र में 3,26,626 मतदाता हैं, जिनमें लगभग 1.35 लाख मराठा शामिल हैं.
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