उज्जैन (मप्र), 18 अक्टूबर : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे व सांसद श्रीकांत शिंदे ने प्रतिबंध के बावजूद यहां महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश किया, जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया. अधिकारियों ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. विपक्षी दल कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि आम लोगों को भगवान के दर्शन के लिए घंटों कतार में इंतजार करना पड़ता है जबकि अति विशिष्ट व्यक्ति (वीआईपी) को प्रतिबंध के बावजूद गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति दे दी गई. सूत्रों ने बताया कि महाराष्ट्र के ठाणे जिले के कल्याण लोकसभा क्षेत्र से सांसद श्रीकांत शिंदे ने बृहस्पतिवार शाम को अपनी पत्नी और दो अन्य लोगों के साथ भगवान की पूजा करने के लिए गर्भगृह में प्रवेश किया.
इसका वीडियो वायरल होते ही विवाद शुरू हो गया, क्योंकि गर्भगृह में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर करीब एक साल से प्रतिबंध लगा हुआ है. महाकालेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. यह देश के 12 ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से एक है और यहां साल भर बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं. कांग्रेस विधायक महेश परमार ने शुक्रवार को नाराजगी जताते हुए कहा, "आम श्रद्धालु को भगवान महाकालेश्वर के दर्शन के लिए घंटों तक लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ता है जबकि वीआईपी को प्रतिबंध के बावजूद गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति दी गई." उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "यह नियमों के खिलाफ है और हम इसका कड़ा विरोध करते हैं." यह भी पढ़ें : मुंबई पुलिस को मिला सलमान से पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का संदेश, जांच शुरू
मंदिर समिति के अध्यक्ष और उज्जैन के जिला कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने कहा, "किसी को भी गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति नहीं है. यह (शिंदे का) अनधिकृत प्रवेश है और मैंने मंदिर प्रशासक को इस मामले में तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया है." मंदिर के प्रशासक गणेश धाकड़ ने कहा कि जांच के आदेश दे दिए गए हैं और गर्भगृह के प्रवेश व अन्य पहलुओं की देखरेख के लिए जिम्मेदार निरीक्षक के साथ-साथ अन्य लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.