महाकुम्भ नगर, सात जनवरी महाकुम्भ 2025 में यातायात को लेकर विशेष प्रबंध कर रहे अधिकारियों को जौनपुर, रीवा-बांदा और वाराणसी मार्गों से सर्वाधिक लोगों के आने का अनुमान है।
अधिकारियों इसके बाद कानपुर और मिर्जापुर मार्ग से बड़ी संख्या में लोग मेले में आ सकते हैं। अधिकारियों के अनुसार मेला प्रशासन ने प्रयागराज आने वाले सभी 7 प्रमुख मार्गों पर यातायात प्रबंधन को लेकर व्यापक तैयारियां की हैं।
राज्य सरकार द्वारा जारी बयान के मुताबिक, यातायात पुलिस द्वारा तैयार की गई यातायात योजना के अनुसार विभिन्न दिशाओं से महाकुम्भ मेला और कमिश्नरेट क्षेत्र में आने के 7 प्रमुख मार्ग हैं।
बयान के मुताबिक, इन मार्गों में जौनपुर मार्ग, वाराणसी मार्ग, मिर्जापुर मार्ग, रीवा/बांदा मार्ग, कानपुर मार्ग, लखनऊ मार्ग और प्रतापगढ़ मार्ग शामिल हैं। बयान के मुताबिक, अनुमानित यातायात के अनुसार सर्वाधिक 21 प्रतिशत यातायात जौनपुर मार्ग से होने की संभावना है, जबकि रीवां/बांदा मार्ग से 18 प्रतिशत लोगों के आने का अनुमान है।
बयान के मुताबिक, इसी तरह, वाराणसी मार्ग से 16 प्रतिशत, कानपुर मार्ग से 14 प्रतिशत, मिर्जापुर मार्ग से 12 प्रतिशत लोग आ सकते हैं। बयान के मुताबिक, वहीं, लखनऊ मार्ग से 10 प्रतिशत और प्रतापगढ़ मार्ग से 9 प्रतिशत लोगों के आने की संभावना है।
बयान के मुताबिक, सामान्य दिनों के लिए सभी प्रमुख 7 मार्गों की अलग-अलग यातायात योजना तैयार की गई है। बयान के मुताबिक, बड़े एवं छोटे वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग स्थलों का निर्धारण किया गया है। बयान के मुताबिक, सामान्य दिनों में पैदल यातायात पर शहर क्षेत्र में किसी प्रकार का कोई प्रतिबंध नहीं रहेगा, लेकिन मेला क्षेत्र में एकल दिशा मार्गों का प्रयोग होगा।
बयान के मुताबिक, साथ ही साथ अगर सामान्य दिनों में भीड़ अत्यधिक होती है तो एसएसपी कुम्भ मेला द्वारा मौके की स्थिति के अनुसार यातायात मार्ग परिवर्तन का निर्णय लिया जाएगा।
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