Madhya Pradesh: बालाघाट में माओवादियों ने ‘शहीद सप्ताह’ का आह्वान किया, सुरक्षा बढ़ाई गई
मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में नक्सलियों ने ‘‘शहीद सप्ताह’’ मनाने का आह्वान किया है, जिसके बाद पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है. एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी.
बालाघाट (मध्य प्रदेश), 30 जुलाई : मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के बालाघाट जिले में नक्सलियों ने ‘‘शहीद सप्ताह’’ मनाने का आह्वान किया है, जिसके बाद पुलिस ने इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है. एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी. मध्य प्रदेश के दक्षिण पूर्वी क्षेत्र में स्थित बालाघाट, राज्य के तीन नक्सल प्रभावित जिलों में से एक है जिसमें मंडला और डिंडोरी अन्य दो नक्सल प्रभावित जिले हैं. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) आदित्य प्रकाश मिश्रा ने कहा, ‘‘नक्सलियों ने शुक्रवार को रूपझर थाना क्षेत्र के सोनवानी क्षेत्र में बैनर और पर्चे लगाए जिसमें उन्होंने 28 जुलाई से तीन अगस्त तक ‘शहीद सप्ताह’ मनाने का आह्वान किया है.’’
उन्होंने कहा कि पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि ये बैनर इलाके में कैसे पहुंचे. मिश्रा ने कहा, ‘‘इस क्षेत्र में नक्सलियों की मौजूदगी के बारे में कोई जानकारी नहीं है. लेकिन स्थिति पर नज़र रखने के लिए गहन गश्त की जा रही है और सुरक्षा बढ़ा दी गई है.’’ नक्सलियों ने बैनरों और पोस्टरों में मारे गए माओवादियों की याद में शोक सभा आयोजित करने और स्मारक बनाने का आह्वान किया है. यह भी पढ़ें : आंध्र प्रदेश में समुद्र तट पर हुए हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर तीन हुई
प्रतिबंधित भाकपा (माओवादी) द्वारा हर साल इस अवधि में शहीद सप्ताह उनके नेता चारू मजूमदार की याद में मनाया जाता है. मजूमदार की मृत्यु 27 जुलाई 1972 को पश्चिम बंगाल में हुई थी. इस साल जून में बालाघाट जिले में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में संभागीय समिति का एक सदस्य सहित तीन नक्सली मारे गए थे, जिन पर तीन राज्यों में सामूहिक रूप से 57 लाख रुपए से अधिक का इनाम था. इनमें से एक संभागीय समिति सदस्य नागेश उर्फ राजू तुलावी (40) था, जिस पर मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में सामूहिक रूप से 29 लाख रुपये का इनाम था.