पणजी, तीन जून अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बनने से गोवा में बुधवार सुबह भारी बारिश होने के साथ ही तेज हवाएं भी चली, जिससे इस तटीय राज्य के कुछ निचले इलाकों बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने समुद्र में तेज लहरों के कारण मछुआरों को समुद्र से दूर रहने को कहा है।
गोवा सरकार द्वारा नियुक्त एक जीवन रक्षा एजेंसी ‘दृष्टि’ ने लोगों से समुद्र में नहीं जाने की अपील की है और 105 किलोमीटर लंबी राज्य तटीय रेखा के पास अधिकांश स्थानों पर लाल झंडे लगाए हैं।
मौसम विभाग ने मंगलवार शाम को कहा था कि अगले 24 घंटे में कर्नाटक-गोवा तटों पर और पूर्वी मध्य अरब सागर के पास 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की आशंका है....।
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इसके चलते राज्य के कई निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘ कई सड़कें डूब गई। सड़कों पर जाम कम है क्योंकि लोग घरों में ही रह रहे हैं।’’
पणजी महापौर उदय मडिक्कर ने कहा कि बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए लॉकडाउन के दौरान भी मानसून पूर्व काम जारी था।
उन्होंने कहा कि हम आज स्थिति का आकलन करेंगे। बाढ़ का पानी निकालने के लिए हमारे कर्मचारी तैनात है।
मौसम विभाग के अनुसार अरब सागर में कम दबाब के के क्षेत्र के कारण चक्रवाती तूफान निसर्ग के प्रबल होने की आशंका है जो बुधवार दोपहर उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तट पर पहुंचेगा और इसे पार कर जाएगा।
आईएमडी के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक राहुल मोहन ने मंगलवार को बताया था कि दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल पहुंच गया है और छह जून तक गोवा पहुंचेगा।
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