नयी दिल्ली, एक जून लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण की 57 सीटों पर शनिवार को हुए मतदान के दौरान कोई घोड़े और रोपवे के जरिये तो कोई व्हीलचेयर पर बैठकर वोट डालने पहुंचा.
- बिहार के पटना जिले के दानापुर में लोगों का एक समूह घोड़ों पर सवार होकर मतदान केंद्र पर पहुंचा और अपने मताधिकार का प्रयोग करने के बाद अपने मतदाता पहचान पत्र और स्याही लगी उंगलियां दिखाईं. यह भी पढ़ें: सभी एग्जिट पोल में NDA प्रचंड जीत की ओर, देश में फिर बन सकती है 'मोदी सरकार'
- हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में मतदाता एक मतदान केंद्र पर वोट डालने के लिए रोपवे का उपयोग कर तेज बहाव वाली नदी को पार करते नजर आये.
- पश्चिम बंगाल के संदेशखालि में मतदाताओं ने सुंदरबन डेल्टा में मतदान केंद्रों तक पहुंचने के लिए नौका सेवाओं का उपयोग किया.
- इसी तरह बिहार के पटना में लोगों ने गंगा पार कर अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए नौका सेवाओं का उपयोग किया.
- पंजाब के फिरोजपुर जिले में कालू वाला गांव के मतदाताओं को सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से ले जाने के लिए बीएसएफ के जवानों को तैनात किया गया था. यह गांव तीन तरफ से सतलुज नदी और दूसरी तरफ भारत-पाकिस्तान सीमा से घिरा हुआ है.
- हिमाचल प्रदेश के टशीगंग में लोग मतदान करने के लिए अपने पारंपरिक परिधान में पहाड़ी पर चढ़ते देखे गए। यह दुनिया का सबसे ऊंचा मतदान केंद्र है.
- उत्तर प्रदेश के पवित्र शहर वाराणसी में, जहां से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीसरी बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं, साधुओं के समूह मतदान केंद्रों पर वोट डालने के लिए कतारों में खड़े देखे गए.
- उत्तर और पूर्वी भारत के बड़े हिस्से में भीषण गर्मी को देखते हुए निर्वाचन अधिकारियों ने मतदान केंद्रों पर ठंडे पेयजल, कूलर और ओरआरएस की व्यवस्था की थी.
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