मुंबई, दो जनवरी बेहतरीन फॉर्म में चल रही फोएबे लिचफील्ड के शतक और कप्तान एलिसा हीली के साथ उनकी पहले विकेट के लिए बड़ी शतकीय साझेदारी की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ तीसरे और अंतिम महिला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में मंगलवार को यहां 7 विकेट पर 338 रन का रिकॉर्ड स्कोर बनाया।
लिचफील्ड ने 125 गेंद पर 16 चौकों और एक छक्के की मदद से 119 रन की लाजवाब पारी खेली जबकि हीली ने 85 गेंद पर 82 रन बनाए जिसमें चार चौके और तीन छक्के शामिल हैं। इन दोनों ने पहले विकेट के लिए 189 रन की साझेदारी करके टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने के फैसले को सही साबित किया। यह भारत में किसी भी विरोधी टीम का किसी विकेट के लिए सर्वोच्च साझेदारी है।
ऑस्ट्रेलिया ने शुरू से ही आक्रामक रवाया अपनाया तथा श्रेयंका पाटिल (37 रन देकर तीन विकेट) से मिले झटकों के बावजूद सपाट विकेट पर रन बनाना जारी रखा। भारत की तरफ से अमनजोत कौर ने भी दो विकेट लिए लेकिन इसके लिए उन्होंने 70 रन खर्च किए।
पहले दो मैच में 78 और 63 रन बनाने वाली लिचफील्ड ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा। वह जब 62 रन पर खेल रही थी तब अमनजोत की गेंद पर दीप्ति शर्मा ने उन्हें जीवनदान दिया था।
दीप्ति ने आखिर में 40वें ओवर में लिचफील्ड को हरमनप्रीत कौर के हाथों कैच कराया। यह वनडे में उनका 100वां विकेट था। दीप्ति यह उपलब्धि हासिल करने वाली भारत की केवल चौथी गेंदबाज हैं।
पूजा वस्त्राकर (68 रन देकर एक विकेट) ने 29वें ओवर में हीली को बोल्ड करके भारत को पहली सफलता दिलाई। इसके बाद पारी के 36वें ओवर में पाटिल ने बेथ मूनी (03) और ताहलिया मैकग्रा (00) को लगातार गेंदों पर पगबाधा आउट किया।
एशले गार्डनर के 27 गेंदों में चार चौकों की मदद से 30 रन, एनाबेल सदरलैंड के 21 गेंदों में 23 रन और अलाना किंग की 14 गेंद पर तीन छक्कों और एक चौके की मदद से खेली गई नाबाद 26 रन की आक्रामक पारी से ऑस्ट्रेलिया अपने रिकार्ड को बेहतर करने में सफल रहा।
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