कन्नूर (केरल), 19 मई: केरल में सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में सिद्धरमैया के शपथ ग्रहण समारोह में केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन (Chief Minister Pinarayi Vijayan) को आमंत्रित न किये जाने को लेकर शुक्रवार को कांग्रेस की आलोचना की.
एलडीएफ ने कहा कि यह कदम कांग्रेस की ‘अपरिपक्व राजनीति और कमजोरी’ को दर्शाता है. बेंगलुरु में 20 मई को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन सहित विभिन्न राज्यों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है. सूत्रों के अनुसार, स्टालिन इसमें शामिल होंगे. Who is DK Shivakumar? वो नेता जो 33 साल से नहीं हारा कोई भी चुनाव, CM बनने की राह में आई बाधाओं को नहीं कर सके पार
एलडीएफ समन्वयक ई.पी. जयराजन ने कहा कि कांग्रेस के इस कदम ने साबित कर दिया है कि वह भाजपा की ‘फासीवादी’ राजनीति के खिलाफ देश की धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक ताकतों को एक साथ लाने के मिशन को पूरा नहीं कर सकती. जयराजन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अब कांग्रेस पार्टी देश में कौन सा भाजपा-विरोधी रुख अपनाने जा रही है?’’ उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस का नेतृत्व राष्ट्रीय राजनीति और देश के घटनाक्रम का मूल्यांकन करने के मामले में कमजोर हो गया है.
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