IPL 2034: पूर्व क्रिकेटर सुब्रहमण्यम बद्रीनाथ ने कहा, ब्रेक से लौटकर मानसिक रूप से तरोताजा होंगे विराट कोहली
विराट कोहली (Photo Credit: X Formerly As Twitter)

IPL 2034: चेन्नई, 15 मार्च भारत के पूर्व क्रिकेटर सुब्रहमण्यम बद्रीनाथ ने शुक्रवार को कहा कि ब्रेक से लौटकर विराट कोहली मानसिक रूप से तरोताजा होंगे और आईपीएल में इसका फायदा मिलेगा. आईपीएल के इतिहास में सभी 16 सत्र एक ही टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के लिये खेलने वाले इकलौते खिलाड़ी कोहली पितृत्व अवकाश के कारण इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला से बाहर रहने के बाद आईपीएल में लौटेंगे. यह भी पढ़ें: पूर्व तेज गेंदबाज डेल स्टेन का मानना, टी20 विश्व कप से पहले आईपीएल में विराट कोहली के लिए रन बनाना महत्वपूर्ण

बद्रीनाथ ने पीटीआई से कहा ,‘‘ वह मानसिक और शारीरिक रूप से तरोताजा होंगे. दूसरी बार पिता बनने पर उन्हें बधाई. वही मानसिक रूप से तरोताजा होंगे और इसका फायदा आईपीएल में मिलेगा’’

उन्होंने कहा ,‘‘ टी20 विश्व कप से पहले आईपीएल में उनके फॉर्म की परख होगी और काफी हाइप बनाई जायेगी. अगले साल मेगा नीलामी होनी है तो वह आरसीबी को जिताने की कोशिश करेंगे.’’

कोहली की बेहतरीन फिटनेस शीर्ष स्तर के क्रिकेट में उनके लंबे कैरियर का राज है और बद्रीनाथ का मानना है कि वह अगले चार पांच साल टी20 क्रिकेट और खेल सकते हैं.

उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे नहीं लगता कि यह उसका आखिरी टी20 विश्व कप होगा क्योंकि वह इतने फिट हैं. वह अगले तीन या चार साल आईपीएल और खेल सकते हैं.’’

आरसीबी अभी तक आईपीएल खिताब नहीं जीत सकी है.

बद्रीनाथ ने कहा ,‘‘ हमें समझना होगा कि खिलाड़ी फ्रेंचाइजी से अलग होता है. एक खिलाड़ी के तौर पर कोहली चैम्पियन है. उसने 2016 सत्र में शानदार बल्लेबाजी करके अपना 110 प्रतिशत दिया लेकिन फ्रेंचाइजी अलग है. खिलाड़ी मैच जिता सकता है लेकिन टूर्नामेंट जीतने के लिये अच्छी टीम चाहिये । आरसीबी टीम उतनी अच्छी नहीं रही है.’’

गत चैम्पियन चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी रिकॉर्ड 15वीं बार महेंद्र सिंह धोनी करेंगे और बद्रीनाथ ने टीम की कामयाबी का श्रेय 42 वर्ष के धोनी की शारीरिक और मानसिक फिटनेस को दिया.

उन्होंने कहा ,‘‘ पहली चीज फिटनेस है. शारीरिक और मानसिक दोनों. मुझे नहीं लगता कि कोई और खिलाड़ी उनका मुकाबला कर सकता है. एक कप्तान होने के साथ उस स्तर की फिटनेस बनाये रखना और सही फैसले लेना काफी चुनौतीपूर्ण है. इसमें धोनी का कोई सानी नहीं और सबसे अच्छी बात तो यह है कि वह रिकॉर्ड के पीछे नहीं भागते. उनकी छोटी पारियां भी शतक से अधिक अहम होती हैं.’’

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)