नयी दिल्ली, 13 अक्टूबर आस्ट्रेलिया के आक्रामक बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के आठ सत्र में अपने प्रदर्शन में निरंतरता की कमी के लिए अपनी भूमिका में लगातार बदलाव को जिम्मेदार ठहराया जबकि देश के लिए खेलते हुए उनकी भूमिका बिलकुल स्पष्ट होती है।
किंग्स इलेवन पंजाब का यह बल्लेबाज इंग्लैंड के सफल दौरे के बाद आईपीएल में आया है। इंग्लैंड दौरे पर उन्होंने सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 90 गेंद में 108 रन की पारी खेलकर एलेक्स कैरी के साथ मिलकर टीम को श्रृंखला जिताने में अहम भूमिका निभाई।
दुबई से पीटीआई से बात करते हुए विक्टोरिया के इस बल्लेबाज ने बताया कि कैसे आस्ट्रेलिया की ओर से खेलते हुए उन्हें अपनी क्षमता का अहसास हुआ और आईपीएल में उनके प्रदर्शन में निरंतरता की कमी का क्या कारण है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं संभवत: ऐसा नहीं करूंगा (आईपीए और आस्ट्रेलिया करियर की तुलना)। मैंने जिस तरह से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला, यह मेरी स्पष्ट भूमिका के कारण था। मुझे पता है कि खिलाड़ी मेरे साथ किस भूमिका में बल्लेबाजी करेंगे।’’
पिछले साल मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों से उबरने के बाद ऐसा लगता है कि मैक्सवेल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी सर्वश्रेष्ठ फार्म में हैं। हालांकि ऐसा आईपीएल प्रदर्शन के बारे में नहीं कहा जा सकता जहां वह मौजूदा सत्र में सात मैचों में 14.5 की औसत से 58 रन बनाए हैं।
आस्ट्रेलिया की ओर से अपने प्रदर्शन की ओर से आईपीएल में हमेशा से मैक्सवेल की काफी मांग रही है और किंग्स इलेवन पंजाब ने इस बार उन्हें नीलामी 10 करोड़ 75 लाख लाख रुपये में खरीदा।
मैक्सवेल ने कहा, ‘‘आईपीएल के अधिकांश मैचों में संभवत: मेरी भूमिका बदल जाती है। आईपीएल में काफी टीमें अपनी टीमों में काफी बदलाव करती है। आस्ट्रेलिया के ढांचे में अधिकांश मैचों में हमारी समान एकादश होती है, हम सभी को अपनी भूमिका काफी अच्छी तरह पता है।’’
मैक्सवेल मौजूदा सत्र में पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी कर रहे हैं और उन्होंने कहा कि उनकी भूमिका शीर्ष चार बल्लेबाजों का समर्थन करना है।
उन्होंने कहा, ‘‘जब आप आईपीएल के लिए साल में सिर्फ दो महीने एक साथ होते हैं तो काफी बदलाव होता है। आप हमेशा टीम में सही संतुलन चाहते हैं। टूर्नामेंट की शुरुआत में हालांकि जब आप टीम चुनते हो तो शायद आगे बढ़ने पर आपको लगता है कि टीम उतनी संतुलित नहीं है।’’
मैक्सवेल ने कहा, ‘‘हमें लगता है कि हम इसके करीब पहुंच रहे हैं (टीम संतुलन के मामले में)। आईपीएल में मेरा अनुभव अलग रहा है जहां मैं लोगों की उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाया लेकिन प्रयास में कोई कमी नहीं थी या ऐसा नहीं था कि ट्रेनिंग में प्रयास नहीं कर पाया।’’
मैक्सवेल ने 2014 में 552 रन बनाकर किंग्स इलेवन पंजाब को उसके एकमात्र फाइनल में जगह दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।
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